मंगलवार, नवम्बर 4, 2025
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Bihar Assembly Election 2025: बिहार चुनाव के दौरान धंस गया सांसद के पैतृक गांव को जोड़ने वाला कौआचार पुल, नीतीश-मोदी सरकार पर उठने लगे सवाल

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Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए प्रचार अपने अंतिम चरण में पहुँच गया है। राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे। 18 जिलों की 121 सीटों के लिए चुनाव प्रचार आज शाम 5 बजे समाप्त हो जाएगा। मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार का आखिरी दिन है, जिसमें 6 नवंबर को मतदान होगा। भाजपा, जदयू, राजद और कांग्रेस समेत विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता बिहार के विभिन्न जिलों में जोरदार प्रचार में हिस्सा ले रहे हैं।

एनडीए के प्रचार को बढ़ावा देने के लिए कई केंद्रीय मंत्री दिल्ली से बिहार यात्रा कर रहे हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री बिहार चुनाव के लिए प्रचार कर रहे हैं और एनडीए के समर्थन में नीतीश कुमार के कामकाजों की प्रशंसा कर रहे हैं। इन सबके बीच, अररिया जिले के सिकटी विधानसभा क्षेत्र में बकरा नदी पर पड़रिया में बन रहे पुल के धंसने का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि फारबिसगंज प्रखंड को कौआचार गांव से जोड़ने वाली परमान नदी पर बना केवलासी पुल धंस गया। जो अब नीतीश सरकार की सुशासन की छवि और बेहतर विकास नीति के दावों पर सवाल उठा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, इस पुल की लंबाई 129 मीटर थी। इसका निर्माण वर्ष 2019 में पूरा हुआ था। यह महज 6 साल के अंदर ही लड़खड़ा गया है। जिससे लोगों को अब भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

6 साल पहले बना था कौआचार पुल – Bihar Assembly Election 2025

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अररिया के फारबिसगंज प्रखंड के कौआचार गांव को अररिया से जोड़ने वाले परमान नदी पर बने केवलासी पुल में की अनुमानित लागत चार करोड़ 15 लाख रुपये रुपये थी। वहीं, पुल के निर्माण में मात्र तीन करोड़ 82 लाख रुपये की लागत आई। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच पुल का नींव ढहने की खबर सुर्खियां बन रही है। स्थानीय लोग सरकार से नाराज हैं। यह पुल कौआचार, पटेगना, ताराबाड़ी, मदनपुर और कुर्साकांटा जैसे इलाकों को जोड़ता है।

अररिया के फारबिसगंज प्रखंड की खवासपुर पंचायत के कौआचार गांव में बने केवलासी पुल पर कई गांवों के लोग आते-जाते रहे हैं। खास बात यह है कि यह पुल फारबिसगंज प्रखंड और सांसद प्रदीप कुमार सिंह के पैतृक गांव कौआचार गांव को जोड़ता था। पुल के बीच का पाया धंसने से इस पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। जिसकी वजह से इन इलाकों के लोगों के बीच सीधा संपर्क टूट गया है। इसके बाद प्रशासन ने कौआचार पुल पर आवाजाही को लेकर रोक लगा दी गई है। जिसके कारण भारी परेशानी लोगों को अब झेलनी पड़ रही है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान पुल धंसने को लेकर कार्यपालक अभियंता का बयान

मालूम हो कि परमान नदी पर बने और फारबिसगंज प्रखंड को कौआचार गांव से जोड़ने वाले केवलासी पुल का तीसरा पिलर धंस गया है। निर्माण कार्य तीन करोड़ 82 लाख रुपये की लागत से पूरा हुआ था। पुल धंसने के बाद यातायात रोक दिया गया है। मीडिया से बात करते हुए, कार्यपालक अभियंता चंद्रशेखर कुमार ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी दी गई थी और इस संबंध में एक पत्र 30 अक्टूबर, 2025 को विभाग को भेजा गया था। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखकर यातायात रोकने का अनुरोध किया गया है।

उनके अनुसार, ठेकेदार ने पांच साल की निर्माण अवधि पूरी कर ली है। कौआचार गांव को जोड़ने वाली कौआचार केवलासी पुल के जीवनकाल के संबंध में आगे की कार्रवाई विभागीय अधिकारी के निर्देश पर की जाएगी। बता दें कि इससे पहले 18 जून 2024 को सिकटी प्रखंड के पड़रिया में बकरा नदी पर बन रहा 12 करोड़ रुपये का एक पुल भी धंस गया था। परमान नदी पर करोड़ों रुपये की लागत से बना पुल ध्वस्त हो जाने से स्थानीय स्तर पर मुद्दा भी गरमाने लगा है। लोगों की मानें तो अनियमितताएं इतनी हैं कि पड़रिया और कौआचार पुल अररिया के ग्रामीण कार्य विभाग के तहत बनाए गए थे। जिससे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान विभाग की कार्यशैली और निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

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Rupesh Ranjan
Rupesh Ranjanhttp://www.dnpindiahindi.in
Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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