CM Bhagwant Mann: आज हम ऐसे क्रांतिकारी की बात करने जा रहे है, जिसने बेहद कम उम्र में अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया। हम बात कर रहे है एक ऐसे ही क्रांतिकारी की बात कर रहे है, उनका नाम है मदनलाल ढींगरा, बता दें कि आज ही के दिन उन्हें फांसी दी गई थी। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी को एक आंदोलन में तब्दील कर दिया। बता दें कि शहीदी दिवस पर CM Bhagwant Mann ने उन्हें नमन किया। बता दें कि 17 अगस्त, 1909 को लंदन की पेंटविले जिले में उन्हें फांसी की सजा दी गई और देश के लिए वो देश के लिए शहीद हो गए थे।
CM Bhagwant Mann क्रांतिकारी योद्धा मदन लाल ढींगरा को किया नमन
बता दें कि मदनलाल ढींगरा जी के शहीदी दिवस पर उन्हें CM Bhagwant Mann ने नमन किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि
“गुरु की नगरी श्री अमृतसर साहिब में जन्मे महान क्रांतिकारी योद्धा शहीद मदन लाल ढींगरा जी के शहीदी दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। देश की आज़ादी में अमूल्य योगदान देने वाले मदन लाल ढींगरा जी युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत रहेंगे।” मालूम हो कि मदनलाल ढींगरा देश को आजाद करने के लिए जो अलख उन्होंने जगाई उसने आंदोलन का रूप ले लिया और बड़ी संख्या में देशवासी उससे जुड़े. इस तरह वो शहीद होकर अमर हो गए।
कौन थे क्रांतिकारी शहीद मदन लाल ढींगरा?
18 सितंबर, 1883 को अमृतसर के सिकंदरी गेट में जन्मे मदनलाल ढींगरा के पिता दित्तामल जी पेशे से एक सिविल सर्जन थे और झुकाव अंग्रेजों की तरफ था। हालांकि इसके बिल्कुल उल्ट मदनलाल ढींगरा अंग्रेजों की बेड़ियों में जकड़े देश को आजाद कराना चाहते थे। मदनलाल ढींगरा ने भारत सचिव के राजनीतिक सलाहकार सर विलियम हट कर्नल वायली के हरे पर 5 गोली दाग दीं. हत्या के आरोप में उन पर मुकदमा चला. 23 जुलाई, और उन्हें 17 अगस्त 1909 को फांसी दे दी गई थी।