Phulera Dooj 2023: फाल्गुन मास में होली का त्योहार शुरू होने से पहले फुलेरा दूज मनाई जाती है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना गया है कि होली का आरंभ फुलेरा दूज से ही होता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा फूलों की होली खेलते हैं और इसी दिन से मंदिरों में फुलेरा दूज से लेकर होली तक धूमधाम से तैयारियां की जाती हैं।
फुलेरा दूज का शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार और पंचांग कैलेंडर के मुताबिक हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलारा दूज बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है और कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे भी कर सकते हैं। अब शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 21 फरवरी यानी मंगलवार के दिन होगी और यह 9:04 से शुरू होकर 22 फरवरी 5:57 पर समाप्त होगी। बता दें कि हिंदू धर्म में सूर्योदय से पहले ही यह तिथि समाप्त हो जाएगी। इसलिए फुलेरा दूज 21 फरवरी को ही मनाई जाएगी।
फुलेरा दूज पर बन रहे पांच शुभ योग
फुलेरा दूज पर पांच शुभ योग बनते नजर आए हैं। 21 फरवरी को फुलेरा दूज के दिन पहला शिवयोग 6:57 पर बनेगा। उसके बाद 22 फरवरी को सिद्धि योग बन रहा है, जो 3:08 तक जारी रहेगा। इसके बाद साध्य योग शुरू होगा। वहीं फुलारा दूज पर त्रिपुष्कर योग 9:04 से शुरू होकर अगले दिन सुबह 5:57 तक रहेगा। वही स्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जो सुबह 6:38 से शुरू होकर 6:54 तक समाप्त होगा। इस तरह फुलारा दूज पर पांच शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें आप अपने शुभ काम कर सकते हैं।
जानिए फुलेरा दूज का खास महत्व
ऐसा माना जाता है कि फुलारा दूज से होली का शुभारंभ होता है और इस दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा की पूजा के साथ फूलों की होली भी खेली जाती है। इससे वैवाहिक जीवन भी अच्छा होता है। इसीलिए आप फुलेरा दूज के दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा की पूजा करें।
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