Monday, December 23, 2024
Homeधर्मRam Navami पर ऐसे व्रत करने से मिलेगा मोक्ष, जानिए शुभ मुहूर्त...

Ram Navami पर ऐसे व्रत करने से मिलेगा मोक्ष, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Date:

Related stories

Yazidi: क्या इराक और सीरिया में भी रहते थे प्राचीन हिंदू? जानें यजीदियों की सच्चाई

Yazidi: यजीदी धर्म प्राचीन विश्व की प्राचीनतमा धार्मिक परंपराओं...

Ram Navami 2023: चैत्र नवरात्रि के अंत के साथ नवमी की शुरुआत हो जाती है। जी हां, नवरात्रि के नवमी तिथि के दिन रामनवमी का त्योहार बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। बता दें, भगवान राम के जन्मभूमि अयोध्या में इस पर्व को बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। इतना ही नहीं, पूरे देश में इस दिन रामनवमी की धूम मची रहती है। इस बार रामनवमी का त्योहार 30 मार्च को मनाया जाएगा। वहीं इस बार कई सारे शुभ योग भी बन रहे हैं। बता दें, इस शुभ योग में पूजा अर्चना करने से और हवन करने से भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती है। तो आइए जानते हैं शुभ योग और पूजा विधि।

बन रहे हैं ये 5 शुभ योग

रामनवमी के दिन कई सारे शुभ योग बन रहे हैं। इस शुभ योग में पूजा अर्चना करने से भक्तों के जीवन में आ रही सभी समस्याओं का अंत हो जाता है। वहीं इस बार रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग, गुरु योग और स्वार्थ सिद्ध योग बन रहे हैं। बता दें, इस शुभ योग में भगवान राम की पूजा अर्चना करने से भक्तों के जीवन में आ रही सभी परेशानियों का अंत हो जाता है। बता दें, अमृत सिद्धि योग और गुरु पुष्य योग की शुरुआत 30 मार्च की सुबह 10 बजकर 59 मिनट से हो रही है। वहीं इसका समापन 31 मार्च की सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर होगा। ये सभी पांच शुभ योग रामनवमी के शुभ अवसर पर बन रहा है। इस शुभ योग में इस विधि विधान से भगवान राम की पूजा अर्चना करें। मान्यताओं को अनुसार इस शुभ योग में पूजा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

ये भी पढ़ें: Shani Asta: शनिदेव के अस्त होने पर भूलकर भी न करें ये गलती, भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम

इस पूजा विधि से करें भगवान राम की आराधना

स्टेप 1: इस दिन शुभ योग में भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करें और केसरयुक्त दूध से भगवान को अर्पित करें।

स्टेप 2: अब भगवान का अभिषेक करने के बाद श्री राम चरित्र मानस का पाठ करें।

स्टेप 3: अब एक कटोरी में गंगाजल लें और रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इससे सभी मुसीबतों का अंत होता है।

स्टेप 4: अब पाठ करने के बाद गंगाजल को पूरे छत पर छिड़क दें। ऐसा करने से घर में लगे सभी वास्तु दोष का अंत हो जाएगा।

Sriya Sri
Sriya Srihttps://www.dnpindiahindi.in/
मेरा नाम श्रीया श्री है। मैं पत्रकारिता अंतिम वर्ष की छात्रा हूं। मुझे लिखना बेहद पसंद है। फिलहाल मैं डीएनपी न्यूज नेटवर्क में कंटेंट राइटर हूं। मुझे स्वास्थ्य से जुड़ी कई चीजों के बारे में पता है और इसलिए मैं हेल्थ पर आर्टिकल्स लिखती हूं। इसके अलावा मैं धर्म, लाइफस्टाइल, एस्ट्रोलॉजी और एजुकेशन के विषय में भी आर्टिकल लिखती हूं।

Latest stories