हिंदी में इसका अर्थ है, "इस मंत्र का अर्थ है कि 'जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बांधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बांधता हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से बचाएगा।"
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रक्षापंधन का त्योहार प्राचीन काल से ही मनाया जाता रहा है और यह भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाता है।