Author: Diksha Gupta Date: 22/11/2023
Credit- Pixabay
Credit- Pixabay
देवउठनी एकादशी को तुलसी विवाह के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन का विशेष धार्मिक महत्व है।
Credit- Pixabay
इसी दिन माता तुलसी का विवाह भगवान विष्णु के रूप में शालिग्राम के साथ हुआ था तभी से यह उत्सव मनाने का रिवाज बन गया है।
Credit- Pixabay
तुलसी विवाह इस बार 23 नवंबर 2023 को है इस दिन कुछ कामों को न करके माता तुलसी सहित भगवान विष्णु की कृपा पा सकते हैं।
Credit- Pixabay
तुलसी माता के विवाह के दिन भूलकर भी तुलसी का पत्ता नहीं तोड़ना चाहिए, ऐसा करने माता गुस्सा हो जाती हैं।
Credit- Pixabay
तुलसी माता को किसी भी तरह के सिंदूर या लाल पृदार्थ को चढाने से भी परहेज करना चाहिए।
Credit- Pixabay
तुलसी विवाह पर भूलकर भी काली चुनरी को चढाना नहीं चाहिए इसकी जगह लाल या फिर रंग बिरंगी चुन्नी को चढ़ाया जा सकता है।
Credit- Pixabay
तुलसी माता का विवाह एकादसी के दिन हुआ था इसलिए इस दिन चावल या फिसस इससे बने किसी भी चीज कर नहीं खाना चाहिए।
Credit- Pixabay
तुलसी माता की शादी भगवान शालिग्राम के साथ हुई थी इसलिए इस दिन एक ही स्थान पर रखना चाहिए।
Credit- Pixabay
देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह का यह दिन काफी पावन होता है इस दिन किसी के लिए द्वेष या फिर गलत विचारों दिमाग में नहीं लाना चाहिए।