Author: Anjali Wala Date: 01/01/2024
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राम मंदिर के निर्माण के लिए अलग-अलग देशों से चीजें मंगाई गई और इसमें थाईलैंड से मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले मिट्टी लाई गई है।
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मिट्टी के आने के बाद यह खबर तो चर्चा में है लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान राम का थाईलैंड से गहरा नाता है।
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दरअसल थाईलैंड में बौद्ध धर्म का निर्वहन किया जाता है जो भारत की धार्मिक संस्कृति का अहम हिस्सा है और इसलिए भारत और थाईलैंड का गहरा नाता है।
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इतना ही नहीं कहा जाता है कि श्री राम के वंशज थाईलैंड में शासन कर चुके हैं और अपने राज्य काल का एक लंबा हिस्सा उन्होंने थाईलैंड में बिताया है।
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यही वजह है कि राम मंदिर के निर्माण के लिए भारतीयों में जितनी उत्सुकता है वही उल्लास थाईलैंड के लोगों में भी देखा जाता है।
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थाईलैंड में रामायण न सिर्फ पढ़ी जाती है बल्कि रामलीला के समान इसे दर्शाया भी जाता है और यहां इस रामकियेन कहते हैं।
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यह पहली बार नहीं है जब राम मंदिर के लिए थाइलैंड से कुछ आया हो क्योंकि इससे पहले थाईलैंड से दो नदियों से राम मंदिर के लिए पानी भी आ चुका है।
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राम मंदिर के निर्माण की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है और लोगों के बीच हर्षोल्लास जारी है।
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निर्माणाधीन मंदिर में 22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है जिसमें देश दुनिया से बड़ी संख्या में लोग शिरकत करेंगे।
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