Author : Anshika Shukla Date : 03-02-2024
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गिर गुजरात के दक्षिण काठियावाड़ के गिर जंगलों से निकलती है और राजस्थान और महाराष्ट्र में भी पाई जाती है। इसकी दूध उपज 1200 से 1800 किलोग्राम प्रति स्तनपान तक होती है।
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साहीवाल देश की सर्वोत्तम देशी डेयरी नस्ल है। साहीवाल की औसत दूध उपज 1400 से 2500 किलोग्राम प्रति स्तनपान के बीच है।
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इसे सिंधी और लाल कराची भी कहा जाता है। इसकी दूध की पैदावार 1100 से 2600 किलोग्राम तक होती है।
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रथी एक अन्य दुधारू मवेशी की नस्ल है जो राजस्थान में पाई जाती है। वे 1560 किलोग्राम दूध का उत्पादन करते हैं और दुग्ध उत्पादन 1062 से 2810 किलोग्राम तक होता है।
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यह मवेशी नस्ल आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के ओंगोल तालुक से संबंधित है। उनकी औसत दूध उपज 1000 किलोग्राम/लैक्टेशन है।
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देवनी गाय पश्चिमी आंध्र प्रदेश में पाई जाती है। इनकी दूध उपज 636 - 1230 किलोग्राम प्रति स्तनपान तक होती है।
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इस मवेशी नस्ल कच्छ के दक्षिणपूर्व रण, गुजरात और पड़ोसी राजस्थान में पाई जाती है। कांकरेज से प्रति स्तनपान लगभग 1400 किलोग्राम दूध देती हैं।
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इसे ग्रे सिंधी के नाम से भी जाना जाता है। इससे 1800 से 2600 किलोग्राम दूध/लैक्टेशन प्राप्त होता है।
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हरियाना नस्ल की उत्पत्ति हरियाणा के रोहतक, जिंद, हिसार और गुड़गांव जिलों से हुई है, लेकिन ये उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी लोकप्रिय हैं। ये प्रति स्तनपान 600 - 800 किलोग्राम दूध देते हैं।
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इसकी उत्पत्ति कर्नाटक में कृष्णा नदी के जलक्षेत्र की काली कपास मिट्टी से हुई है। औसत उपज 900 किलोग्राम प्रति स्तनपान है।