Author- Afsana 23/07/2024
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आचार्य चाणक्य ने अपने द्वारा लिखे गए नीति शास्त्र में धन कमाने से लेकर धन वृद्धि के विषय में भी उल्लेख किया है, चलिए जानते हैं वो कौन सी खास नीतियां हैं।
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चाणक्य का कहना है मनुष्य को अपने द्वारा कमाए गए धन को यूं ही जाया नहीं करना चाहिए, पैसों को सही जगह और उचित समय पर ही खर्च करना चाहिए जिससे आपका धन व्रद्धि हो सकता है।
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चाणक्य कहते हैं यदि आपको अपने भविष्य की चिंता है तो आपको अपने फिजूल खर्चों को रोक देना चाहिए, जिससे आप धन ज्यादा से ज्यादा सेव भी कर सकते हैं।
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चाणक्य कहते हैं मंदिर या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान जरूर करना चाहिए इससे आपके धन में व्रद्धि हो सकती है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति भी पहले से कई गुना ज्यादा हो सकती है।
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चाणक्य कहते हैं यदि आप लालच से दूर रहते हैं और सभी की मदद भी करते हैं तो इससे भी घर में रखे धन में बरकत होती है, इसके लिए आपको लालची लोगों से दूर रहने की भी जरूरत है।
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चाणक्य का यह भी कहना है कि व्यक्ति को कभी भी किसी गरीब या मजदूर के पैसों की बेईमानी नहीं करनी चाहिए, बल्कि इनकी हमेशा मदद करनी चाहिए। ऐसा करने से भी घन में लाभ मिलता है।
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जो लोग अपनी आम्दानी या कमाई से ज्यादा का खर्चा करते हैं उन्हें आर्थिक तंगी का शिकार होना पड़ता है, इसलिए पैसों में व्रद्धि के लिए इस तरह के खर्च से बचना चाहिए।
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यदि मनुष्य अपने पैसों को वेयपार में खर्च करता है तो इससे भी धन दुगना होता है जिससे धन व्रद्धि के साथ अच्छी आर्थिक स्थिति भी होती है।
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