Aaj ka Panchang 18 April 2023: आज 18 अप्रैल 2023 दिन मंगलवार है। वैशाख मास चल रहा है और आज कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। लेकिन दोपहर बाद चर्तुदशी तिथि हो जाएगी। बता दें, आज शाम 6 बजकर 10 मिनट तक इन्द्र योग रहेगा। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र की बात करें तो देर रात 1 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। आज मंगलवार को पृथ्वी लोक की भद्रा की बात करें तो दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से रात 12 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। साथ ही आज मासशिवरात्रि व्रत किया जाएगा। यहां जानते हैं आज का पूरा पंचांग।
मंगलवार का पूरा पंचांग
हिंदू पंचांग के अनुसार आज तिथि की बात करें तो आज त्रयोदशी तिथि 13:29:41 तक रहेगा। नक्षत्र उत्तराभाद्रपद 25:01:42 तक रहेगा। इसके साथ ही करण वणिज 13:29:41 तक और विष्टि 24:25:27 तक रहेगा। आज कृष्ण पक्ष है। योग एन्द्र 18:08:27 तक है। साथ ही दिन मंगलवार है।
सूर्य और चंद्रमा की गणना
आज मंगलवार को सूर्योदय 05:53:12 बजे होगा। सूर्यास्त की बात करें तो 18:48:23 पर होगा। आज चंद्रमा मीन राशि में संचार करेगा। चंद्रोदय की बात करें तो 29:17:00 बजे होगा। वहीं, चंद्रास्त 17:00:59 पर होगा। अभी वसंत ऋतु चल रहा है।
हिंदू महीना और साल
पंचांग के अनुसार अभी वैशाख महीना चल रहा है। शक संवत 1945 शुभकृत है। विक्रम संवत 2080 चल रहा है। काली संवत 5124 चल रहा है। प्रविष्ट या द्वार 5 है। मास पूर्णिमांत वैशाख है। मास अमांत चैत्र है। दिन की अवधि 12:55:11 है।
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आज का अशुभ मुहूर्त
अशुभ मुहूर्त की बात करें तो दुष्ट मुहूर्त 08:28:14 से 09:19:55 तक है। कुलिक 13:38:19 से 14:29:59 तक है। कंटक 06:44:52 से 07:36:33 तक है। राहु काल 15:34:36 से 17:11:29 तक है। कालवेला की बात करें तो 08:28:14 से 09:19:55 तक है। यमघण्ट की बात करें तो 10:11:35 से 11:03:16 तक है। यमगंड की बात करें तो 09:07:00 से 10:43:54 तक है। वहीं, गुलिक काल की बात करें तो 12:20:48 से 13:57:42 तक है।
आज का शुभ मुहूर्त
18 अप्रैल 2023 शुभ मुहूर्त की बात करें तो आज अभिजीत मुहूर्त 11:54:57 से 12:46:38 तक है। साथ ही आज दिशाशूल उत्तर दिशा में है। अमृत काल की बात करें तो रात 8 बजकर 30 मिनट से रात 10 बजे तक है। इसके साथ ही ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 36 मिनट से सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक है।
आज का चन्द्रबल और ताराबल
चंद्रबल की बात करें तो आज अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती है। वहीं, ताराबल की बात करें तो वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और मीन है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। DNP News Network/Website/Writer इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसे केवल सामान्य अभिरूचि में ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। किसी भी प्रकार का उपाय करने से पहले ज्योतिष से परामर्श जरूर लें।