Vaishakh Amavasya 2023: इस साल वैशाख अमावस्या गुरुवार यानी 20 अप्रैल को है। वहीं इस दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है। बता दें कि हम अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित होता है। इसलिए इस दिन पितरों का तर्पण करना काफी महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन दान करना पितरों के लिए काफी लाभकारी साबित होता है।
नहीं मान्य होगा सूतक काल
लेकिन इस बार ग्रहण और सूतक एक साथ लगने के कारण असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। लोग कंफ्यूज हैं कि क्या अमावस्या पर ग्रहण का असर होगा या नहीं। हालांकि भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा, जिससे माना जा रहा है कि यहां पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
वैशाख अमावस्या 2023 मुहूर्त
स्नान-दान मुहूर्त की बात करें तो सुबह 04 बजकर 23 मिनट से सुबह 05 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। गोधूलि मुहूर्त की बात करें तो शाम 06 बजकर 52 मिनट से रात 07 बजकर 14 मिनट तक रहेगा अमृत काल शाम 04 बजकर 11 मिनट से शाम 05 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।
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पितृ दोष हटाने के लिए करें ये उपाय
वैशाख अमावस्या पर पितृ दोष को हटाने के लिए सुबह सबसे पहले स्नान करें। इसके बाद अपने हाथ में कुशा लें और जल तर्पण कर दें व पितरों को जल से तृप्त कर दें। ऐसा करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है। इस दिन पितरों के देवता आर्यमा की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से पित्र दोष हटता है और पितर भी प्रसन्न होते हैं।
पवित्र नदी में भी स्नान करने का प्रावधान
वैशाख अमावस्या पर विष्णु भगवान की आराधना करनी चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य को विशेष फल मिलता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने का भी प्रावधान है। पितृ दोष निवारण के लिए आज के दिन पितरों के नाम से गरीबों, कौए, कुत्ते को भोजन करवाएं। चीटियों को आटे में शक्कर मिलाकर खिलाएं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। DNP News Network/Website/Writer इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसे केवल सामान्य अभिरूचि में ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। किसी भी प्रकार का उपाय करने से पहले ज्योतिष से परामर्श जरूर लें।