Connected Car: दुनियाभर में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में काफी तेज गति से नई तकनीक विकसित की जा रही है। फॉक्सवैगन और टोयोटा जैसी बड़ी कंपनियां अपनी कारों में नई तकनीक को लाने की तैयारियां कर रही हैं। वहीं, कई लग्जरी कार मेकर्स भी अपने वाहनों को एडवांस तकनीक के साथ लाने पर काम कर रही हैं। साथ ही कई कंपनियां अपनी एडवांस तकनीक वाली कारों को भारतीय बाजार में भी उतार रही हैं।
Connected Car का बढ़ता चलन
इन दिनों कनेक्टिड कार फीचर काफी प्रचलन में बना हुआ है। ये कनेक्टिड कार तकनीक आपका डेटा रिकॉर्ड करती है। कंपनियां इस डेटा के जरिए कारों की सुरक्षा में सुधार करती है। मगर अब ये काफी तेजी से फैल रहा है। इस डेटा के इस्तेमाल से आपकी निजी जानकारियां बाहर जा रही हैं। इस फीचर की मदद से किसी की भी लोकेशन का पता लगाया जा सकता है। इस तरह से ये मॉडर्न फीचर घरेलू हिंसा का शिकार हुए पीड़ितों के लिए काफी डरावना साबित हो रहा है।
Connected Car फीचर से हो सकता है शोषण
कनेक्टिड कार फीचर के जरिए लोगों की लोकेशन और कीमती डेटा को चोरी किया जा सकता है। कनेक्टिड कार इंटरनेट के जरिए फोन से जुड़ती हैं, ऐसे में इस फीचर के जरिए कार चलाने वाले को आसानी से नुकसान पहुंचाया जा सकता है। इस फीचर के जरिए सर्दियों में एसी और गर्मियों में गर्म हीटर चलाया जा सकता है। साथ ही जब कार पार्किंग या गैरेज में खड़ी हो तो कार का होर्न बजाकर कार मालिक को परेशान किया जा सकता है।
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए चिंता का विषय
कनेक्टिड कार एक एडवांस फीचर है, जो काफी उपयोगी भी हैं। मगर ये घरेलू हिंसा के शिकार लोगों के लिए एक खतरनाक टूल साबित हो रहा है। यही वजह है ये फीचर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए चिंता की वजह बना हुआ है। ऐसे में आने वाले में भारत में कारों के जरिए जासूसी के मामलों में इजाफा हो सकता है।
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