Hyundai Motor IPO: देश का सबसे बड़ा आईपीओ यानि हुंडई मोटर इंडिया अब बंद हो चुका है। हालांकि कंपनी को जैसी उम्मीद थी वैसा हुआ नहीं, इसके अलावा निवेशकों को भी इस आईपीओ से निराशा हाथ लगी है। एक्सपर्ट इसके पीछे कई कारण बता रहे है। मालूम हो कि Hyundai Motor IPO 17 अक्टूबर को बंद हो गया था। वहीं IPO आखिरी दिन मुश्किल से भर पाया। चलिए आपको बताते इसके पीछे की वजह।
Hyundai Motor IPO को मिला मिला ठंडा रिस्पांस
देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑटो कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने आईपीओ लॉन्च किया था। जिससे उम्मीद जताई जा रही थी कि यह निवेशकों को काफी पसंद आएगा। हालांकि ऐसा हुआ नहीं। आपको बता दें कि Hyundai Motor IPO को काफी ठंडा रिस्पांस मिला। एक्सपर्टस का कहना है कि 2 – 3 कारणों से यह आईपीओ निवेशकों को अपने और आकर्षित नहीं कर पाया। एक्सपर्ट के अनुसार पहला कारण है हाई प्राइसिंग, मालूम हो कि आईपीओ का प्राइस बैंड 1865-1960 रूपए प्रति शेयर था।
बता दें कि कंपनी ने आईपीओ में पूरे प्रॉफिट को अपने पास रखा, साथ ही निवेशकों के लिए कुछ नहीं छोड़ा जो एक बड़ी वजह मानी जा रही है। इसके अलावा हाल ही के दिनों में Hyundai की तरफ से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान समर्थक पोस्ट शेयर किया गया था। एक्सपर्ट का कहना है कि इसके कारण भी आईपीओ को रिटेल निवेशकों को बेरूखी का सामना करना पड़ा।
आखिर दिन Hyundai Motor IPO कि कितना मिला सब्सक्रिप्शन
आपको बताते चले कि 2 दिन निवेशकों की तरफ से अच्छा रिस्पांस नहीं मिलने के कारण तीसरे और आखिरी दिन यानि 17 अक्टूबर 2024 तक हुंडई को 2.37 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, करीब 27870 करोड़ रुपये के आकार वाले आईपीओ के तहत की गई 99769810 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 236326937 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। मालूम हो कि यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ है वहीं इसने एलाईसी के 21000 करोड़ रूपये के आईपीओ को पिछे छोड़ दिया है।