Indian EV Market: भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार (Indian EV Market) अच्छी-खासी रफ्तार से बढ़ रहा है। देश की कई कंपनियां ईवी सेगमेंट के लिए अपने नए मॉडल तैयार कर रही हैं। इसी बीच भारत के केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा बयान दिया है। साथ ही उन्होंने ईवी सेक्टर को लेकर भी बड़ी बात कही। नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय ईवी मार्केट साल 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। इस वजह से तमाम ईवी बाजार में 5 करोड़ नई नौकरियां पैदा हो सकती हैं।
Indian EV Market को लेकर Nitin Gadkari का बयान
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि साल 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहन की वित्तीय मार्केट का साइज लगभग 4 लाख करोड़ रुपये होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश में 40 फीसदी वायु प्रदूषण परिवहन सेक्टर की वजह से होता है। गडकरी ने अपने बयान में आगे कहा कि भारत 22 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करते हैं। यह देश के लिए सबसे बड़ी आर्थिक चुनौती है। उन्होंने आगे कि जीवाश्म ईंधन की वजह से कई सारी परेशानियां आ रही हैं। ऐसे में अब सरकार अपना ध्यान ग्रीन एनर्जी पर कर रही है, क्योंकि भारत की बिजली खपत का 44 फीसदी सौर ऊर्जा से आता है।
Nitin Gadkari ने Indian EV Market से किया निवेदन
नितिन गडकरी ने आगे कहा कि हम अपने हाइड्रोपावर, सौर ऊर्जा और हरित ऊर्जा और खासकर बायोमास के विकास पर अधिक फोकस कर रहे हैं। अब सोलर एनर्जी हम सभी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। गडकरी ने अपने बयान में कहा कि इस वक्त देश में इलेक्ट्रिक बसों की भारी कमी है। हमारे देश को एक लाख इलेक्ट्रिक बसों की जरूरत है। मगर हमारी कैपेसिटी 50000 इलेक्ट्रिक बसों की है। उन्होंने आगे कहा कि मैं आपसे निवेदन करता हूं कि यही सही समय है, अपने कारखानों का विस्तार करें।
दुनिया में तीसरे नंबर पर भारत- Nitin Gadkari
इसके अलावा नितिन गडकरी ने कहा कि जब मैंने साल 2014 में परिवहन मंत्री का पद संभाला था, तब भारतीय आटोमोबाइल सेक्टर का आकार लगभग 7 लाख करोड़ रुपये था। वहीं, आज आटोमोबाइल बाजार का साइज 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है। विश्व में हम तीसरे स्थान पर हैं, हमने जापान को पीछे छोड़ दिया है। पहले स्थान पर अमेरिका का आटोमोबाइल सेक्टर है, जो 78 लाख करोड़ रुपये का है। इसके बाद 47 लाख करोड़ रुपये के साथ चीन दूसरे नंबर पर है।
बढ़ रहा है Electric Vehicles का बाजार
कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि देश में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण की वजह से ईवी सेक्टर को गति मिल सकती है। नितिन गडकरी ने भी कहा है कि ईंधन वाले वाहनों की वजह से 40 फीसदी प्रदूषण होता है। वहीं, बीते कुछ समय से पेट्रोल के दाम भी आसमान को छू रहे हैं। देश के कई बड़े शहरों में पेट्रोल की कीमतें 90 रुपये प्रति लीटर से अधिक हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग ने चार्जिंग स्टेशन के दायरे को बढ़ाया है। लगातार बढ़ते चार्जिंग स्टेशनों के कारण बहुत सारे लोगों ने अपना रुख ईवी की ओर किया है।
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