Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आम बजट 23 जुलाई 2024 को पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि यह मोदी 3.0 का पहला बजट है। इस बजट से आम लोगों को काफी उम्मीदें है। इसी बीच एमएसएमई सेक्टर भी इस बजट से खासी उम्मीदें लगा रही है। मालूम हो कि एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है एक अनुमान के मुताबिक एमएसएमई की देश की जीडीपी में 30 फीसदी की हिस्सेदारी है। वहीं निर्यात में करीब 45 फीसदी है।
MSME सेक्टर की क्या है उम्मीदें
इस सेक्टर को ज्यादा फंड की जरूरत – एमएसएमई सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि इस क्षेत्र में फंड की जरूरते पूरी करने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाएं है। लेकिन छोटो उद्यमों को फंड जुटाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं इस बजट में MSME सेक्टर से जुड़े लोग उम्मीद जता रहे है कि फंडिग को दूर करने के लिए वित्त मंत्री को इस सेक्टर के लिए कुछ बड़ा ऐलान करना चाहिए।
इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की मांग – इससे जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि सरकारी क्षेत्र हैं जैसे रेलवे, रक्षा, पीडब्लूसी आदि के अंदर एमएसएमई का 25 फीसदी कोटा अनिवार्य कर देना चाहिए। एमएसएमई को मिलने वाले लोन को आसान बनाना चाहिए। इस सेक्टर की इंपोर्ट ड्यूटी कम कर देनी चाहिए, जिससे लागत कम आए और मेक इन इंडिया के तहत देश के अंदर सामान बने और बाहर हम लोग एक्सपोर्ट कर सकें।
टैक्सेशन में छूट की उम्मीद – कई विशेषज्ञों का मानना है कि एमएसएमई पहले ठीक चल रहा था और इंडस्ट्रीज को सपोर्ट मिल रहा था। इंडस्ट्रीज काफी तरक्की कर रही थी लेकिन अब इंडस्ट्री काफी स्लों हो गई है इस वक्त एमएसएमई के ऊपर टैक्सेशन का ज्यादा दबाव है। उनका मानना है कि आगामी बजट में टैक्सेशन में छूट दी जानी चाहिए ताकि एक बार फिर एमएसएमई के जो छोटे उद्यमी हैं वह आगे बढ़ सकें।
23 जुलाई को बजट होगा पेश
मालूम हो कि मोदी 3.0 का यह पहला बजट है जो 23 जुलाई 2024 को पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री इस बजट में कुछ बड़ा ऐलान कर सकती है। हेल्थ, ऑटो, शिक्षा समेत सभी क्षेत्रों को उम्मीद है कि इस बार कुछ बड़ा ऐलान किया जा सकता है।