DA Hike: मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों के महंगाई भत्ते में इजाफा करने का फैसला लिया गया है। इससे 1 करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को फायदा होने वाला है। पहले महंगाई भत्ता 38 फीसदी था जिसे अब बढ़ाकर 42 फीसदी कर दिया गया है।
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किस आधार पर बढ़ता है महंगाई भत्ता
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई से राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर साल मार्च के महीने में महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है। डीए बढ़ाने का यह फैसला 01 जनवरी 2023 से लागू माना जाएगा। इस महंगाई भत्ते के बढ़ने के बाद इसका फायदा एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को मिलेगा। इस बार महंगाई भत्ता 38 फीसदी से बढ़ाकर 42 फीसदी कर दिया गया है। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते की गणना श्रम ब्यूरो द्वारा जारी किए जाने वाले औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर किया जाता है।
महंगाई भत्ता बढ़ने से कितना होगा फायदा
महंगाई भत्ता 38 फीसदी से बढ़ाकर 42 फीसदी कर दिया गया है। इस अनुसार गणना की जाए तो बता दें कि अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 25500 रुपए प्रति माह है। 42 फीसदी इजाफे के बाद यह सालाना 10710 रुपए हो जाती है। यानी कर्मचारी की प्रति माह सैलरी में 1020 रुपए का इजाफा हो जाएगा।
कब से लागू होगा फैसला
बता दें कि महंगाई राहत में बढ़ोतरी का फैसला एक जनवरी से लागू माना जायेगा। इस फैसले का फायदा 47.58 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगा और 69.76 लाख पेंशनरों को होने वाला है। केंद्र सरकार साल में दो बार डियरनेस एलाउंस और डियरनेस रिलीफ की समीक्षा कर महंगाई भत्ता बढ़ाती है। इस महंगाई भत्ते के बढ़ाए जाने के बाद सरकार पर सालाना 12,815.60 रुपए का बोझ बढ़ जाएगा।