GDP: नए वित्त वर्ष की शुरुआत में ही भारत को आर्थिक मोर्चे पर एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, विश्व बैंक ने भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान पेश किया है। विश्व बैंक की हालिया रिपोर्ट भारत को अच्छी खबर नहीं देती है। वर्ल्ड बैंक ने भारत की विकास दर में कटौती की है।
6.3 फीसदी रह सकती है विकास दर
विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 2024 में भारत की जीडीपी के 6.6 फीसदी के अपने पूर्वानुमान को घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। विश्व बैंक ने कहा है कि भारत में खपत में कमी और बाहर की कठिन परिस्थितियों के चलते आय में सुस्ती बनी रहेगी। रिपोर्ट में कहा गय है सरकार की तरफ से भी स्थिति अच्छी खपत वाली नजर नहीं आती है। ऐसे में इसका सीधा प्रभाव भारत की जीडीपी पर पड़ेगा।
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इस मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर
विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस वित्त वर्ष में भारत की महंगाई दर में भी कमी आएगी। महंगाई दर के अनुमान को 6.6 फीसदी से घटाकर 5.2 फीसदी कर दिया है। विश्व बैंक की इस रिपोर्ट से लगता है कि देश में आने वाले समय में वस्तुओं और सामानों के दामों में कमी देखी जाएगी।
विश्व बैंक ने क्या कहा
विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत के लिए मौजूदा वित्त वर्ष काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। इस दौरान खपत में कमी, कई बाहरी चुनौतियां और स्लो विकास दर एक चिंता का काऱण बनेगी। हालांकि, रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि इन सभी चुनौतियं के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था एक मजबूत स्थिति में नजर आ सकती है।
एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भी दिया झटका
उधर, एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भी वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की विकास दर के अनुमान को कम किया है। एशियन डेवलपमेंट बैंक ने 7.2 फीसदी की बजाय अब 6.7 फीसदी की विकास दर रहने का अनुमान लगाया है। एडीबी ने विकास दर के अनुमान में घरेलू मांग में कमी को एक बड़ा कारण माना है।