Home Loan: एक आंकड़े के मुताबिक बीते 2 सालों में होम लोन की मांग काफी बढ़ गई है। हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना घर हो। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इसका सबसे बड़ा कारण है कोविड-19, गौरतलब है कि कोरोना के वक्त लाखों लोग बेघर हो गए थे। लोगों के पास रहने के लिए ठिकाना नहीं था। वहीं जिन्होंने महामारी के दौरान घर खरीदने में देरी की, वे अब सक्रिय रूप से खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा इसमे सरकार का भी एक बड़ा हाथ माना जा सकता है। सरकार समय- समय पर किफाती आवास योजना लाती रही है, जिससे लोगों को कम दामों में घर मिल सकें।
इन कारणों से रियल स्टेट सेक्टर में हुई बढ़ोतरी
●कोविड – 19 – कोविड- 19 के समय जिन लोगों ने घर खरीदनें में देरी की है। अब वह लोग बहुत तेजी से घर खरीद है।
●सरकार का रहा बड़ा हाथ- किफायती आवास की पहल ने घर खरीदना अधिक सुलभ बना दिया है।
●रिपोर्ट के अनुसार कीमतों में बढ़ोतरी भी इसका एक सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है।
●कोरोना के बाद से ही लोगों को घर का महत्तव समझ में आने लगा। मालूम हो कि कोविड महमारी के समय लाखों लोग बेघर हो गए थे जो किराये पर रहते थे।
आरबीआई ने जारी किया आंकड़ा
मार्च 2024 के लिए बैंक ऋण की क्षेत्रीय तैनाती पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, वाणिज्यिक अचल संपत्ति ऋण पर बकाया राशि में काफी वृद्धि हुई है। मार्च 2022 में यह 2.97 लाख करोड़ रुपये था और मार्च 2024 तक यह बढ़कर 4.48 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो कि 1.5 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि है। इस वृद्धि से पता चलता है कि व्यवसाय वाणिज्यिक संपत्तियों में निवेश करने के लिए अधिक पैसा उधार ले रहे हैं।
इसके साथ ही कई विशेषज्ञों का मानना है कि आवास बाजार के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण अविश्वसनीय रूप से मजबूत बना हुआ है और इसके अनुसार, होम लोन वृद्धि भी मजबूत रहने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दो वित्तीय वर्षों में आवास की बिक्री और कीमतों में काफी वृद्धि हुई है।