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Income Tax News: बजट 2024 से पहले जान लीजिए क्या होता है डॉयरेक्ट टैक्स? किसे करना होता है इसका भुगतान

Income Tax News: अगर आप एक नौकरीपेशा इंसान हैं तो आपको पता होना चाहिए कि डॉयरेक्ट टैक्स क्या होता है और कैसे इसका भुगतान किया जाता है।

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Income Tax News
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Income Tax News: देश में हर करदाता दो तरह का टैक्स (Income Tax News) का भुगतान करता है। इसमें प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर शामिल है। इस साल 1 फरवरी 2024 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। ये बजट वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए होगा। आपको बता दें कि इस बजट के बाद देश में लोकसभा चुनाव आयोजित किए जाएंगे। ऐसे में आपको बजट पेश होने से पहले ये समझना जरूरी है कि प्रत्यक्ष कर क्या होता है और इसका भुगतान किसे और कैसे किया जाता है।

क्या होता है डॉयरेक्ट टैक्स

प्रत्यक्ष कर उस टैक्स को कहते हैं, जो एक व्यक्ति या संगठन बिना किसी बिचौलिए के सीधे तौर पर सरकार को देता है। इसमें इनकम टैक्स, संपत्ति टैक्स, पर्सनल संपत्ति टैक्स और संपत्ति पर टैक्स शामिल है। इनका भुगतान सीधे तौर पर सरकार को किया जाता है।

प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर में अंतर

डॉयरेक्ट टैक्स डॉयरेक्ट टैक्स के मुकाबले बिल्कुल उलट होता है। प्रत्यक्ष कर किसी एक इकाई पर लगाया जाता है, जैसे विक्रेता, जो खुदरा सेटिंग में खरीदार द्वारा भुगतान किया गया सेल कर देता है। डॉयरेक्ट टैक्स को किसी और के ऊपर नहीं छोड़ा जा सकता है। डॉयरेक्ट टैक्स का भुगतान करने की जिम्मेदारी आपकी खुद की होती है। इस टैक्स को किसी और शिफ्ट नहीं किया जा सकता है।

जानिए कितनी तरह का होता है डॉयरेक्ट टैक्स

आयकर का भुगतान

किसी व्यक्ति की आयु और उसकी आय के मुताबिक उस पर इनकम टैक्स की देनदारी बनती है। इनकम टैक्स के भुगतान के लिए सरकार ने कई श्रेणी बनाई हैं। ऐसे में करदाता को टैक्स का भुगतान करना जरूरी है। आईटीआर फाइल न करने पर जुर्माना और सजा भी हो सकती है।

प्रोपर्टी टैक्स का भुगतान

संपत्ति कर का सालभर में भुगतान करना होता है। संपत्ति के मालिक को इसका भुगतान करना होगा, चाहे इससे कमाई होती हो या नहीं।

एस्टेट टैक्स का भुगतान

इसे विरासत टैक्स के रूप में भी जाना जाता है, इसका भुगतान किसी व्यक्ति की संपत्ति के मूल्य या उनकी मृत्यु के बाद शेष संपत्ति के आधार पर किया जाता है।

कॉर्पोरेट टैक्स का भुगतान

भारत में काम करके इनकम जेनरेट करने वाली घरेलू कंपनियां और विदेशी कॉर्पोनेशन टैक्स का भुगतान करते हैं। भारत में प्रॉपर्टी की बिक्री, तकनीकी सेवा शुल्क, स्टॉक, रॉयल्टी या ब्याज से होने वाली आय कर योग्य है।

कैपिटल गेन टैक्स का भुगतान

पूंजीगत संपत्ति के रूप में वर्गीकृत खेतों, बांड, शेयर, बिजनेस, कला और घरों जैसी संपत्तियों की बिक्री से मिलने वाली आय पर भुगतान किया जाता है।

प्रत्यक्ष कर का महत्व

डॉयरेक्ट टैक्स देश में पैसे के पुर्नवितरण की प्रक्रिया को बनाए रखता है। प्रत्यक्ष कर का भुगतान और इसका बोझ उसी एक व्यक्ति पर होता है। ऐसे में अधिक आय वाले ज्यादा और कम इनकम वालों को कम टैक्स का भुगतान करना होता है।

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