Indian Manufacturing Sector: भारतीय अर्थव्यवस्था में जारी तेजी के बीच अब Indian Manufacturing Sector से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल बीते 8 महीनों में भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट दर्ज की गई है। एचएसबीसी के ताजा आंकड़ों के अनुसार सितंबर के महीने में पीएमआई 56.5 रहा, वहीं यह अगस्त के महीने में 57.5 था। अनुसार यह मैन्युफैक्चरिंग प्रबंधक इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई है। बता दें कि यह सितंबर 2024 के आंकड़े है। वहीं जनवरी के बाद यह दूसरी बार है जब मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में गिरावट दर्ज की गई है।
इन वजहों से गिरावट का अनुमान
कई विशेषज्ञों का मानना है कि Indian Manufacturing Sector में आई गिरावट के कई कारण हो सकते है, माना जा रहा है कि जारी प्रतिस्पर्धा और नए निर्यात ऑडरों में कमी के कारण इस क्षेत्र गिरावट दर्ज की गई है। ऑर्डरों की दर में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। विकास दर 18 महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर में रसायन, पैकेजिंग, प्लास्टिक और धातुओं की ऊंची कीमतों के कारण लागत दबाव बढ़ गया। हालांकि माना जा रहा है कि त्योहारों का महीना शुरू हो गया है, जिससे मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या होगा इसका असर
मालूम हो कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था भारत की ही है। वहीं अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में गिरावट के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसकी प्रभाव पड़ेगा। कई विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारों के समय मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में बढ़ोतरी की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अपने रफ्तार से ही चलेगी।