Indian Railway: अगर आप अकसर भारतीय रेलवे से सफर करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। दरअसल आज के वक्त में ट्रेन की टिकट मिलना बेहद मुश्किल होता है। ऐसे में लोग वेटिंग टिकट बुक कर लेते हैं क्योंकि उन्हें कहीं न कहीं उम्मीद होती है कि कुछ दिनों में टिकट बुक हो जाएगी। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो बता दें कि AI ने एक ट्रायल किया है। इस सफल ट्रायल के बाद अधिकारी कयास लगा रहे हैं कि यह तकनीक रेलवे की आमदनी बढ़ाने और साथ ही कंफर्म टिकट की समस्या दूर करने में मददगार साबित होगी।
ये भी पढ़ें: Bank Strike: बैंक हड़ताल टलने से लोगों को मिली बड़ी राहत, कर्मचारियों की मांगों पर बनी सहमति
बढ़ेगी कंफर्म टिकट की संख्या
अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो जानते ही होंगे कि ट्रेन की कंफर्म टिकट के लिए कितनी मारा-मारी होती है। कई बार यात्रियों को कंफर्म टिकट के लिए भीड़भाड़, लबी लाइन और कई परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। इन परेशानियों को देखते हुए और अपनी सेवाओं को बेहतर करने के लिए भारतीय रेलवे ने AI (Artificial Intelligence) की मदद से एक ऐसा रास्ता ढूंढा है जिसकी मदद से ज्यादा संख्या में टिकट कंफर्म हो जाएंगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉड्यूल आइडियल ट्रेन प्रोफाइल को किया विकसित
इस समय भारतीय रेलवे अपनी सुविधाओं को बेहतर करने में लगा हुआ है। AI की मदद से अब भारतीय रेलवे ने ऐसा रास्ता ढूंढा है जिसकी मदद से ज्यादा कंफर्म टिकट बुक की जा सकती हैं। दरअसल भारतीय रेलवे ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉड्यूल आइडियल ट्रेन प्रोफाइल विकसित किया है। जिसका सफलतापूर्वक परीक्षण भी किया गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि इससे वेटिंग लिस्ट की संख्या कम होगी और पहले के मुताबिक ज्यादा लोगों को कंफर्म टिकट मिल सकती है। सभी AI मॉड्यूल प्रोसेस पैटर्न में यात्री किस तरह से, कहां के लिए और कब टिकट बुक कर सकते हैं इस बात की जानकारी दी जाएगी।
इससे क्या होगा फायदा
इस परीक्षण से सामने आया कि इस मॉड्यूल ने कंफर्म टिकट की संख्या 5 से 6 फीसदी बढ़ा दी है। इस मॉड्यूल ने एकल यात्रा को पड़ावों में बांटकर संभावित संयोजन किया। अगर लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन में 60 पड़ाव हैं तो AI ने 1800 संभावित टिकट संयोजन करने के बारे में बताया। वर्तमान समय के सिस्टम में 10 हॉल्ट की यात्रा के लिए 240 टिकट संयोजन ही बता पाता है। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि कंफर्म टिकटों की संख्या बढ़ने से यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना होगा और AI की मदद से रेलवे हर साल 1 करोड़ रुपए प्रति ट्रेन का रेवेन्यू जनरेट कर सकता है। इसके अलावा समय-समय पर यह अपडेट होगा और उतना ही सटीक होता जाएगा।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।