IOC Q3 Result: इंडियन ऑल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने बुधवार को वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट में भारी उछाल की घोषणा की है जो वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही के 448 करोड़ रूपये के आकड़ो से बढ़कर 8063 करोड़ रूपये हो गया है। आपको बता दें कि आईओसी रिफाइनरियों पेट्रोल-डीजल और एलपीजी जैसे ईंधन बनाने के लिए ज्यादातर आयातित कच्चे तेल का उपयोग करती है। फिर इन्हें पेट्रोल पंपो और एलपीजी वितरक ऐजेसियों के विशाल नेटवर्क के माध्यम से बेचा जाता है।
IOC Q3 Result: इंडियन ऑल के चेयरमैन ने क्या कहा
इंडियन ऑल के चेयरमैन एसएस वैघ ने कहा कि कंपनी ने अप्रैल-दिसंबर 2023 की अवधि के दौरान निर्यात सहित 72.272 मिलियन टन उत्पाद बेचा। वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 9 महीनों के लिए हमारा रिफाइनिंग थ्रूपुट 55.026 मिलियन टन था। और निगम का थ्रूपुट इस अवधि के दौरान देशव्यापी पाइपलाइन नेटवर्क 74.033 मिलियन टन था। अप्रैल-दिसंबर 2023 की अवधि के दौरान सकल रिफाइनिंग मार्जिन(जीआरएम) इसकी तुलना की।
तीसरी तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में भारी उछाल
बता दें कि इंडियन ऑल कॉरपोरेशन ने वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही में भारी उछाल की घोषणा की है। कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 8063 करोड़ रूपये हो गया है।(IOC Q3 Result) कंपनी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही के लिए निर्यात सहित इंडियन ऑयल की उत्पाद बिक्री मात्रा 24.621 मिलियन टन था। तिमाही के दौरान रिफाइनिंग थ्रूपुट 18.502 मिलियन टन था। और निगम के देशव्यापी पाइपलाइन नेटवर्क का थ्रूपुट 25.212 मिलियन टन था। चालू वित्त वर्ष के 31 दिसंबर 2023 को समाप्त 9 महीने का शुध्द लाभ 34.781 करोड़ रूपये है, जबकि पिछले साल के इस अवधि के दौरान 1817 करोड़ का नेट लॉस हुआ था।
IOC Q3 Result: निवेशकों को कैसे हो सकता है फायदा?
बता दें कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी सितंबर तीमाही के 12967.32 करोड़ रूपये के मुकाबले तीसरी तिमाही का मुनाफा काफी कम रहा है। आईओसी का मुनाफा घटकर 8063 करोड़ रूपये रहा। वहीं कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कंपनी का नेट प्रॉफिट चौथी तिमाही में भी बढ़ता है तो निवेशकों को भारी मुनाफा हो सकता है।
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