Friday, November 22, 2024
Homeदेश & राज्यKoo App: सोशल मीडिया ऐप कू अधिकारिक तौर पर होगा बंद, को-...

Koo App: सोशल मीडिया ऐप कू अधिकारिक तौर पर होगा बंद, को- फाउंडर ने की पुष्टि; जानें डिटेल

Date:

Related stories

TweetDeck नहीं अब (X Pro) के नाम से जाना जाएगा प्लेटफार्म, सब्सक्रिप्शन फीस के साथ होंगे ये बड़े बदलाव

TweetDeck (X Pro): एलन मस्क ने ट्विटर को एकदम से बदल के रख दिया है। इसको लेकर इतने बदलाव हो रहे हैं कि यूजर्स अब कनफ्यूज ही हो जाये कि वास्तविकता क्या है। अब खबर है कि X (Twitter) ट्विटर ने TweetDeck यानी की (X Pro) यूजर्स के लिए एक बार फिर अपने पॉलिसी में बदलाव किया है और उनके लिए भी सब्सक्रिप्शन वाली पॉलिसी लॉन्च कर दी है।

Koo App: ट्वविटर को टक्कर देने के लिए देशी ट्वविटर ऐप कू को साल 2020 में यूजर्स के बीच लॉन्च किया गया था। हालांकि यूजर्स पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ने के कारण
कू कंपनी के को-फाउंडर मयंक बिदावतका ने हाल ही में लिंक्डइन पर एक पोस्ट में इस बात की जानकारी दी है कि कू ऐप को बंद किया जा रहा है। बता दें कि पिछले कई महीनों से कू ऐप की स्थिति ठीक नहीं थी। भारी संख्या में लोगों की छटनी भी की गई थी। हालांकि अब इसके को फाउंडर ने अधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि कू ऐप को बंद किया जा रहा है।

कंपनी के को-फाउंडर मयंक बिदावतका ने दी जानकारी

आपको बता दें कि कू कंपनी के को- फाउंडर ने लिंक्डइन ने पर जानकारी देते हुए लिखा कि “हम जनता के लिए अपनी सेवा बंद कर देंगे। हमने कई बड़ी इंटरनेट कंपनियों, समूहों और मीडिया घरानों के साथ कई साझेदारियों की खोज की, लेकिन इन वार्ताओं से वह परिणाम नहीं मिला जो हम चाहते थे। सोशल मीडिया ऐप को चालू रखने के लिए प्रौद्योगिकी सेवाओं की लागत अधिक है और हमें यह कठिन निर्णय लेना पड़ा है”।

अच्छे सौदे की तलाश

मयंक बिदावतका ने आगे कहा कि “कंपनी अभी भी अच्छे सौदे की तलाश में है। हम दुनिया भर में देशी भाषाओं में सामाजिक बातचीत को सक्षम करने के लिए इसे एक डिजिटल सार्वजनिक वस्तु बनाने का भी मूल्यांकन करेंगे। यह बहुत कठिन और जटिल तकनीक है और हमने इसे रिकॉर्ड समय में कड़ी मेहनत से बनाया है।

2020 में ऐप को किया गया था लॉन्च

आपको बता दें कि कू ऐप को साल 2020 में लॉन्च किया गया था पहली भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट थी जो यूजर्स के लिए 10 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध थी। हालांकि पिछले कुछ महीनों में कंपनी की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। कंपनी में कुछ महीनों से छटनी का सिलसिला भी जारी था।

Latest stories