KYC Fraud Alert: बीते कुछ सालों में ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटना काफी तेजी से बढ़ी है। इसी को लेकर बैंक समय-समय पर अपने ग्राहकों को तरह-तरह के फ्रॉड से अवगत कराती है, ताकि लोग जागरूक हो सके और धोखाधड़ी से बच सके। इसी बीच यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को एक नए तरह है फ्रॉड से अवगत कराया है जिसका नाम है केवाईसी फ्रॉड, चलिए आपको बताते है कि क्या है केवाईसी फ्रॉड और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या है केवाईसी फ्रॉड?
गौरतलब है कि आजकल बैंक से लेकर किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन से पहले केवाईसी करना अनिवार्य होता है, जिसके तहत व्यक्ति को अपनी जरूरी जानकारी दर्ज करनी होती है। इसमे बैंक डिटेल समेत कई प्रकार की अन्य जानकारी मौजूद होती है। हालांकि कई बार इसी का फायदा उठाकर ठग धोखाधड़ी को अंजाम देते है।
केवाईसी फ्रॉड से कैसे करें बचाव?
●किसी भी लिंक पर क्लिक न करें – केवाईसी पर किसी भी प्रकार के संचार को हमेशा आधिकारिक चैनलों के माध्यम से सीधे यूनियन बैंक से सत्यापित करें। संदिग्ध संदेशों या ईमेल में दिए गए संपर्क विवरण का उपयोग करने से बचें।
●सीधा बैंक से जानकारी प्राप्त करें – अगर आपके पास कोई मैसेज आता है तो या ईमेल आता है तो तुरंत उसपर क्लिक न करें। सबसे पहले बैंक के अधिकारियों से संपर्क करें और पता करें कि क्या मैसेज या ईमेल उनके द्वारा ही भेजा गया है या नहीं।
●पर्सनल जानकारी साझा न करें – मोबाइल नंबर, डेबिट/क्रेडिट कार्ड विवरण, खाता संख्या, पासवर्ड, ओटीपी और पिन जैसी संवेदनशील जानकारी कभी भी फोन पर या अज्ञात ऐप्स के माध्यम से किसी को न बताएं।
●थर्ड पार्टी से ऐप डाउनलोड न करें- अगर आप कोई ऐप डाउनलोड करने के सोच रहे है तो, कभी भी थर्ड पार्टी से ऐप डाउनलोड न करें। हमेशा प्लेस्टोर के ऐप पर ही जाकर संबंधित ऐप को डाउनलोड करें।
●कैसे करें शिकायत – यदि आपको धोखाधड़ी वाले कॉल, एसएमएस या व्हाट्सएप संदेश प्राप्त होते हैं, तो sancharsathi.gov.in/sfc/ पर लॉग इन करें और इसकी रिपोर्ट करें। इससे भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी पर नज़र रखने और उनसे बचने में मदद मिलेगी।
इन आसान लेकिन प्रभावशाली कार्यों का पालन करने से निश्चित रूप से अधिकांश केवाईसी धोखाधड़ी, या उस मामले के लिए, साइबर अपराध के किसी भी अन्य रूप से खुद को बचाने में काफी मदद मिलेगी।