Madhabi Puri Buch: हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद से ही कांग्रेस लगातार सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर हमलावार नजर आ रही है। बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस ने सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक में रहते हुए कई जगह से सैलरी प्राप्त की थी। जिसके बाद आईसीआईसीआई बैंक ने इसे सिरे से नकार दिया था। वहीं एक बार फिर कांग्रेस ने आज सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए है।
Congress ने Madhabi Puri Buch पर लगाएं गंभीर आरोप
बता दें कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाएं। उन्होंने कहा कि “माधबी पुरी बुच जी 2018 में SEBI की Whole Time Member बन चुकी थीं। अब Whole Time Member बनने के बाद उन्होंने अपनी एक प्रॉपर्टी किराए पर दे दी। 2018-19 के वित्तीय वर्ष में इन्हें इसपर 7 लाख रुपए किराया मिला। उन्हें 2019-20 में उसी प्रॉपर्टी के लिए 36 लाख रुपए किराया मिला,
जो इस साल तक बढ़ते हुए 46 लाख रुपए तक पहुंच गया। माधबी पुरी बुच ने अपनी प्रॉपर्टी जिस कंपनी को दी उसका नाम Carol Info Services Limited है, जो Wockhardt कंपनी का हिस्सा है। Wockhardt वही कंपनी है, जिससे जुड़ी शिकायतों को SEBI लगातार डील कर रहा है। ये पूरी तरह से करप्शन का मामला है”।
कांग्रेस का इससे पहले भी सेबी प्रमुख पर बड़ा आरोप
आपको बता दें कि इसस पहले भी कांग्रेस ने सेबी प्रमुख पर कई बड़े आरोप लगाएं है। मालूम हो कि 5 सितंबर को कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया था कि उनका सेवानिवृत्ति लाभ आईसीआईसीआई बैंक में रहने के दौरान उनके वेतन से अधिक कैसे हो सकता है? हालांकि बाद में बैंक ने इसे लेकर सफाई दी थी, और आरोपों को सरासर गलत बताया था। जिसके बाद कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर हमलावर हो गई थी।