Passport News: बड़ी संख्या में लोग अपनी नागरिकता बदल रहे है। बेहतर रोजगार के लिए, बेहतर सुविधा के लिए लोग आजकल ऐसा कर रहे है, और विदेश में जाकर बस रहे है। वहीं बहुत सारे ऐसे देश भी है जो लोगों को अपने देश में बसने के लिए बेहतर निवेश के अवसर, इसका अलावा टैक्स संबंधी लाभ देती है। ताकि वह उनके देश का नागरिक बन जाए। अगर भारत की बात करे तो भारत में भी विदेश जाने का चलन बढ़ा है। जिसके तहत लोग रोजगार की तलाश में विदेश जाते है। गोल्डन वीजा और गोल्डन पासपोर्ट का इस्तेमाल कर दूसरे देश की नागरिकता लेना चाहते है। चलिए आपको बताते है इन दोनों बीच का अंतर।
क्या है गोल्डन पासपोर्ट प्रोग्राम
गोल्डन पासपोर्ट चुनिंदा देशों के द्वारा पेश किए जाने वाला एक प्रोग्राम है। जहां विदेशी लोग पर्याप्त संपत्ति खरीद के माध्यम से नागरिकता प्राप्त कर सकते है।निवेशक नागरिकता योजनाएं, जिन्हें कभी-कभी ‘गोल्डन पासपोर्ट’ योजना के रूप में जाना जाता है, एक व्यक्ति को नई राष्ट्रीयता प्राप्त करने की अनुमति देती है। अनिवार्य रूप से, विदेशी व्यक्ति निवेश करके या मेजबान देश के सरकारी बैंक खाते में एक विशिष्ट राशि जमा करके ‘गोल्डन पासपोर्ट’ प्राप्त कर सकता है।
क्या है गोल्डन वीजा प्रोग्राम
गोल्डन वीजा प्रोग्राम जो विदेशियों को व्यवसाय, रियल एस्टेट या अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निवेश या दान के बदले किसी देश में अस्थायी निवास प्रदान करता है। आपको बता दें कि गोल्डन वीजा प्रोग्राम अधिकांश गोल्डन वीजा में अस्थायी निवास प्रमिट शामिल होता है। कुछ देश कुछ वर्षों के बाद इसे स्थायी निवास में परिवर्तित करने की संभावना प्रदान करते हैं। गोल्डन वीजा कार्यक्रम उच्च-नेट-वर्थ व्यक्तियों को शारीरिक रूप से एक अनुकूल क्षेत्राधिकार में स्थानांतरित करने और उस देश में रहने, काम करने, पढ़ाई करने और स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने की क्षमता वहीं साथ में पूर्ण कानूनी अधिकारों के साथ उस राज्य के निवासी बनने की अनुमति देता है।
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