MSCI EM: भारत की बढ़ती ताकत का एक और नमूना सामने आया है। दरअसल भारत ने पड़ोसी देश चीन को मॉर्गन स्टेनली MSCI EM IMI यानि एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट इंवेस्टेबल इंडेक्स में सितंबर, 2024 के दौरान भारत ने वेटेज के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। गौरतलब है कि भारत दुनिया में एक अलग ही छाप छोड़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि MSCI EM IMI में हुए बदलाव के बाद भारतीय शेयर मार्केट में करीब 4.5 अरब डॉलर आने की उम्मीद है। इससे पहले वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को वित्तीय वर्ष 2024-25 में 7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
भारत ने MSCI EM इंडेक्स में पहली बार चीन को पछाड़ा
आपको बता दें कि भारत ने पहली बार MSCI EM IMI में सितंबर 2024 के दौरान भारत ने वेटेज के मामले में चीन को पछाड़ दिया है। मालूम हो कि MSCI EM इंडेक्स में 3355 कंपनियों के शेयर शामिल है।
इसमें 24 उभरते बाजार देशों के बड़े, मध्य और छोटे-कैप स्टॉक शामिल हैं। सबसे खास बात यह है कि MSCI IMI में चीन की तुलना में भारत अधिक स्मॉल-कैप वेटेज कैपेसिटी के कारण चीन को पछाड़ने में सक्ष्म रहा।
भारतीय शेयर बाजार में 4.5 अरब डॉलर निवेश की उम्मीद
इसके बाद कई विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार में करीब 4.5 अरब डॉलर यानि 37000 करोड़ रूपये के निवेश की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इसका सबसे कारण प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ( FDI) में 47 प्रतिशत की बढ़ोतरी, इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और भारतीय बाजार में पर्याप्त पोर्टफोलियो निवेश के चलते भारत की स्थिति बेहतर हुई है।
विदेशी निवेश बढ़ने की उम्मीद
विश्लेषकों का अनुमान है कि MSCI EM IMI में यह बदलाव होने के परिणामस्वरूप भारत में 4 से 4.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का पूंजी प्रवाह होने की उम्मीद है। इससे भारत को एक वैश्विक पहचान मिलेगी। बाजार सूचकांक भारत आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए घरेलू और विदेशी पूंजी दोनों को आकर्षित करना चाहता है।