NPS Vatsalya vs FD: अगर आप भी अपने बच्चें का भविष्य सवारनें की सोच रहे है तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। माता- पिता को अपने बच्चें के भविष्य की काफी चिंता होती है। हालांकि अब केंद्र सरकार द्वारा कई ऐसी योजनाएं चलाई जा रही है, जिसके तहत माता- पिता अपने बच्चों के लिए उनके बचपन से ही निवेश करना शुरू कर सकते है। केंद्र सरकार द्वारा अभी हाल ही में NPS Vatsalya स्कीम योजना शुरू की गई है जिसके तहत माता पिता छोटी उम्र से ही अपने बच्चों के लिए निवेश कर सकते है। चलिए इस लेख के माध्यम से आपको बताते है कि NPS Vatsalya vs FD कौन है निवेश के लिए बेहतर विकल्प।
NPS Vatsalya स्कीम क्या है?
हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा एक स्कीम चलाई जा रही है जिसका नाम है NPS Vatsalya स्कीम, यह स्कीम विशेषकर बच्चों के लिए बनाई गई है, ताकि शुरू से ही बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाया जा सकें।
योजना की विशेषताएं
●बता दें कि इस योजना के तहत माता- पिता को NPS Vatsalya स्कीम को चालू करने के लिए उन्हें 1000 रूपये की धनराशि जमा करनी होती है, इसके बाद अभिभावक को सालाना कम से कम 1000 रूपये अकाउंट में जमा करना होगा।
●इस योजना में 3 साल तक निवेश करने के बाद जमा राशि का 25 प्रतिशत निकाला जा सकता है, हालांकि उसके लिए भी कुछ नियम है।
●जब बच्चा 18 साल का हो जाएगा तो NPS Vatsalya स्कीम नॉर्मल NPS स्कीम में तब्दील हो जाएगा और एनपीएस की सभी सुविधा मिलेना शुरू हो जाएंगी।
क्या FD स्कीम में कर सकते है निवेश?
अगर माता- पिता चाहे तो नाबालिग बच्चों के नाम पर एफडी में निवेश कर सकते है, और बच्चों के बड़े होने तक एक अच्छी खासी धनराशि जमा हो जाएगी। यानि जब बच्चा बड़ा होगा तो माता- पिता को उसके पढ़ाई की चिंता नहीं होगी।
FD की विशेषताएं
माता- पिता किसी भी बैंक में अपने नाबालिग बच्चों के लिए एफडी अकाउंट खोल सकते है। ध्यान रहें कि माता या पिता का सेविंग अकाउंट होना चाहिए। एफडी अकाउंट खुलवान के लिए बच्चों और माता पिता का केवाईसी कराना अनिवार्य है।
NPS Vatsalya vs FD में कौन है बेहतर विकल्प
बता दें कि दोनों स्कीम के अपने अलग- अलग फायदे है अगर हम NPS Vatsalya स्कीम की बात करें तो इसमे अच्छे रिटर्न के साथ- साथ एक तय समय पर पेंशन भी मिलता है। वहीं अगर FD में निवेश की बात करें तो एफडी में एक लंबे समय बाद एक अच्छी रिटर्न मिलता है।