PAN 2.0: करदाताओं के लिए मोदी 3.0 ने ITR दाखिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए PAN 2.0 परियोजना को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा कई रेल परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है। आपको बता दें कि PAN 2.0 के तहत पुराने पैन कार्ड को अपडेट करने पर मुहर लग गई है। मालूम हो कि पैन कार्ड के तहत सरकार व्यक्ति की वित्तीय जानकारी प्राप्त करती है। इसके अलावा आईटीआर दाखिल करते समय इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है। वहीं अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या PAN 2.0 परियोजना के लागू होने के बाद करदाओं को फायदा होगा। आईए इस लेख के माध्यम से समझते है।
क्या PAN 2.0 के तहत करदाताओं को होगा फायदा?
बता दें कि आईटीआर दाखिल करते समय करदाताओं को कभी- कभी काफी परेशानियों का सामना करना पड़त है। जिसके देखते हुए PAN 2.0 योजना लागू की गई है। इसका उद्देश्य पैन, टैन के सेवाओं में परिवर्तन के माध्यम से डिजिटल अनुभव को बढ़ाकर करदाता पंजीकरण सेवाओं को आधुनिक बनाना है। यानि नए करदाताओं के प्रक्रिया और सरल हो जाएगी। इसके अलावा करदाताओं को एक ही जगह पर सभी सुविधा मिलेगी। वहीं इसके तहत करदाताओं की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई और समाधान पर जोर दिया गया है। जो एक अच्छी पहल मानी जा रही है।
PAN 2.0 के जरिए ITR दाखिल करने में होगी आसानी
दरअसल PAN 2.0 परियोजना के तहत अब सभी पैन कार्ड पर क्यूआर कोड लगेगा। हालांकि पुराना पैन कार्ड मान्य रहेगा, और इसी को अपडेट कर दिया जाएगा, यानि पैन कार्ड नंबर में कोई बदलाव नहीं होगा बस उसपर क्यूआर कोड लग जाएगा। मालूम हो कि आयकर विभाग, टीडीएस, टीसीएस, आय रिटर्न, लेन देन समेत कई जानकारियां प्राप्त करने के लिए पैन कार्ड का उपयोग करती है। गौरतलब है कि पैन कार्ड में क्यूआर कोड लागू होने के बाद ITR दाखिल करने में करदाताओं को बेहद आसानी होगी। एक ही जगह पर सारी जानकारी उपलब्ध होगी। जिससे आईटीआर में भरने वाली जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी। इसके अलावा टैक्सपेयर्स को दस्तावेजों से भी छुटकारा मिलने की उम्मीद है।
PAN 2.0 के अन्य फायदें
अपग्रेड करने में नहीं लगेगा शुल्क
बताते चले कि PAN 2.0 को अपडेट करवाने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी। वहीं नए पैन को क्यूआर कोड के साथ अपग्रेड किया जाएगा।
किसी भी दस्तावेजों की नहीं होगी जरूरत
नई परियोजना के तहत किसी भी प्रकार के दस्तावेजों के जरूरत नहीं होगी। यानि पैन 2.0 को अपडेट करने के लिए पेपरलेस प्रोसेस का पालन किया जाएगा।
आम व्यपारियों को होगा फायदा
आसान शिकायत और सुव्यवस्थित प्रक्रियाओं के लिए पैन टैन और टिन को एक सामान्य व्यवसाय पहचानकर्ता में विलय कर दिया जाएगा