Patanjali Foods Shares Freeze: बाबा रामदेव की जानी-मानी कंपनी पतंजलि फूड्स के शेयरों को फ्रीज कर दिया गया है। यह कदम SEBI के नियमों का पालन न करने के कारण उठाया गया है। दरअसल पतंजलि ने तीन वर्ष की समयसीमा में न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग के प्रावधान का पालन नहीं कर पाया जिसके कारण कंपनी के शेयरों को फ्रीज किया गया है। सेबी द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद पतंजलि फूड्स ने कहा है कि शेयर बाजारों के इस कदम का असर कंपनी के नियमित कामकाज पर नहीं पड़ेगा। बता दें कि शेयर बाजारों ने पतंजलि फूड्स में केवल प्रवर्तकों के शेयरों को फ्रीज किया है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि सेबी का प्रावधान है कि अगर कोई भी कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्टेड है तो उस कंपनी में कम से कम 25 फीसदी शेयरहोल्डिंग पब्लिक की होनी चीहिए। आंकड़ों की मानें तो 31 दिसंबर 2022 तक पतंजलि फूड्स में पब्लिक शेयरहोल्डरों के पास कंपनी के 19.18 फीसदी शेयर हैं जो न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग प्रावधान के खिलाफ है।
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पतंजलि फूड्स द्वारा दिया गया बयान
शेयरहोल्डरों के फ्रीज किए जाने के बाद कंपनी की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने तय समयसीमा में नियमों का पालन करने की काफी कोशिश की। मार्च 2022 में पब्लिक ऑफर के जरिए कंपनी ने 4300 करोड़ रुपए के शेयर बेचे जिसके बाद कंपनी की शेयर होल्डिंग बढ़कर 19.18 फीसदी हो गई। कंपनी की तरफ से आगे कहा गया कि कोविड आने के बाद प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण इस समय अवधि में पब्लिक शेयरहोल्डिंग नहीं हो पाई लेकिन जल्द ही इस नियम को पूरा कर लिया जाएगा।
करोड़ों के शेयरों को किया गया फ्रीज
शेयर बाजारों ने पतंजलि फूड्स में प्रवर्तकों के शेयरों को फ्रीज किया है। इन शेयरों की संख्या 292.58 मिलियन है। ये कंपनी के शेयरों का 80.82 फीसदी हिस्सा है। फ्रीज किए गए शेयर 21 प्रवर्तक निकायों के हैं। कंपनी ने भी इस बात की जानकारी दी है कि कंपनी को BSE और NSE की तरफ से ईमेल मिले हैं। बता दें कि पतंजलि फूड्स की सबसे बड़ी शेयरधारक कंपनी पतंजलि आयुर्वेद है। पतंजलि फूड्स में पतंजलि आयुर्वेद के भी 39.4 फीसदी शेयर हैं जिन्हें फ्रीज कर दिया गया है। इतना ही नहीं पतंजलि फूड्स में आचार्य बालकृष्ण की भी हिस्सेदारी है और इस हिस्सेदारी को भी फ्रीज कर दिया गया है।