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Ratan Tata के Jaguar Land Rover अधिग्रहण से लेकर TCS तक, जानें कैसे बिजनेस टाइकून ने विदेशों में भी भारतीय व्यवसायों का मनवाया लोहा

Ratan Tata: मशहूर उद्योगपति रतन टाटा बीते दिन यानि 10 अक्टूबर को पंचतत्व में विलीन हो गए। वह अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गए है।

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Ratan Tata
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Ratan Tata: मशहूर उद्योगपति Ratan Tata बीते दिन यानि 10 अक्टूबर को पंचतत्व में विलीन हो गए। गौरतलब है कि बिजनेस टाइकून रतन टाटा अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गए है। उद्योग जगत में रतन टाटा का जाना माना नाम है। इसके अलावा उन्हें उनके विनम्रता और परोपकार के लिए भी जाना जाता है। आपको बता दें कि सिर्फ भारत में नहीं बल्कि विदेशों में भी उनका बोलबाला है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि कैसे रतन टाटा ने सबसे लग्जरी गाड़ियों के ब्रेंड में से एक जगुआर, लैंड रोवर का कैसे अधिग्रहण किया, और विदेशों में टाटा समूह का एक बड़ा साम्राज्य है।

Ratan Tata ने कैसे अधिग्रहण किया जगुआर, लैंड रोवर?

यह कहानी उस वक्त की है जब Ratan Tata और उनकी टीम ने उस वक्त की जानी मानी कार कंपनी फोर्ड को अपना नया कार कारोबार पेश किया था। हालांकि उन्हें तिरस्कार का सामना करना पड़ा। लेकिन कहते है न समय एक दिन जरूर बदलता है। बता दें कि जगुआर, लैंड रोवर रखीदने का बाद फोर्ड को वित्तीय घाटा, कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। साल 2008 में वैश्र्विक आर्थिक मंडी आई तो फोर्ड को गंभीर वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ा, जिससे वह दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गया था। इसी समय रतन टाटा ने फोर्ड से बदला लेने के लिए महज 2.3 अरब में जगुआर, लैंड रोवर को खरीद लिया।

विदेशों में भी भारतीय व्यवसायों का मनवाया लोहा

भारत में टाटा समूह किसी नाम का मोहताज नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ भारत ही नहीं विदेशों में भी टाटा समूह का एक बड़ा साम्राज्य फैला हुआ है। चीन, नॉर्थ अमेरिका यूरोप समेत कई देशों में टाटा का व्यवसाय फैला हुआ है। चलिए आपको बताते है कुछ देशों के बारे में जहां टाटा ने अपना विशाल साम्राज्य कायम किया हुआ है।

यूरोप

आपको बताते चले कि टाटा समूह 1907 से यूरोप में मौजूद है। मालूम हो कि लंदन में इसकी स्थापना हुई थी। आज पूरे महाद्वीप में 19 टाटा कंपनियां शामिल है। जहां 60 हजार से अधिक कर्मचारी काम करते है। यूके में, टाटा सबसे बड़े औद्योगिक नियोक्ताओं में से एक है। जगुआर लैंड रोवर, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स इस क्षेत्र की अग्रणी टाटा कंपनियां हैं।

चीन

चीन में भी टाटा समूह का एक बड़ा साम्राज्य है। यूरोप के अलावा चीन में भी 9वीं शताब्दी के उत्तरार्ध से संबंध रहा है जब जमशेदजी टाटा ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अपना करियर शुरू किया था। चीन में टीसीएस, जगुआर, लैंड रोवर टाटा स्टील समेत अन्य कंपनियां मौजूद है।

नॉर्थ अमेरिका

टाटा समूह की उत्तरी अमेरिका में 70 वर्षों से अधिक समय से उपस्थिति है। आज यह 13 कंपनियों और 35000 से अधिक कर्मचारियों के साथ भारत में मुख्यालय वाली सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक है। बता दें कि यहां पर भी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, जगुआर लैंड रोवर शामिल है।

Ratan Tata ने विदेशों में निवेश का खोला रास्ता

गौरतलब है कि टाटा द्वारा विदेशों में अपना साम्राज्य फैलाने के बाद अब मुकेश अंबानी की कंपनी रिलांयस और गौतम अडानी की अडानी ग्रुप ने भी विदेशों में अपना जलवा बरकरार रखा है। रिलांयस ग्रुप की कई कंपनियां विदेशों में बढ़िया प्रदर्शन कर रही है। इसके अलावा अडानी ग्रुप ने नेपाल समेत कई देशों में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन कर रही है।

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