RBI Monetary Policy: बढ़ती महंगाई के कारण आम आदमी की कमर टूट गई है। इसी कड़ी में ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही आरबीआई अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। सिलीकान वैली और सिग्नेचर बैंक के फेल होने के बाद मार्केट को बड़ा झटका लगा है ऐसे में अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेड 22 मार्च को अपनी ब्याज दरों में इजाफा करें या ना करें लेकिन आरबीआई अपनी मॉनेटरी पॉलिसी के द्वारा अप्रैल में ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगा।
रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा
सिलिकॉन वैली और सिग्नेचर बैंक के फेल होने के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एमपीसी अप्रैल के महीने में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर सकती है अगर आरबीआई के द्वारा ऐसा किया जाता है तो रेपो दरें 7 साल की ऊंचाई पर पहुंच जाएगी। मौजूदा समय में रेपो रेट 6.50 पर है जिसमें लगातार छह बार इजाफा किया जा चुका है। ऐसे में अगर इस बार भी ब्याज दरों में इजाफा होता है तो इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा।
रिटेल महंगाई में 6 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी
दरअसल भारत के रिटेल महंगाई आंकड़े सामने आ गए हैं जिसमें 6 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसे में आरबीआई अपनी पॉलिसी रेट में इजाफा कर सकता है इसको लेकर आरबीआई के गवर्नर ने पहले की चिंता जताई थी। उन्होंने फरवरी में कहा था कि, कोर महंगाई 6 फीसदी से ज्यादा और लगातार इस बने रहता काफी चिंता का विषय है. इस पर काम करने की जरुरत है।
Also Read: WPL: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 5 मैचों में आज़माए कुल 16 खिलाड़ी, अब भी जीत का खाता है खाली
पिछले साल मई से 2.5 प्रतिशत तक वृद्धि की गई
इसी के साथ डीबीएस ग्रुप ने भी एक रिपोर्ट को जारी किया है जिसमे कहा गया कि, भारत रिजर्व बैंक महंगाई कम करने के लिए अगले महीने यानी अप्रैल से अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में 0.25 प्रतिशत का इजाफा कर सकता है। इसी के साथ रिपोर्ट में कहा गया कि, आरबीआई बढ़ती कीमतों को काबू में लाने के लिए नीतिगत दर में पिछले साल मई से 2.5 प्रतिशत तक वृद्धि कर चुका है।
Also Read: Umesh Pal Murder Case के 5 फरार आरोपियों पर इनाम दोगुना, अतीक का बेटा भी शामिल