RBI Monetary Policy: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने RBI Monetary Policy नतीजे की घोषणा कर दी है। आपको बता दें कि रेपो रेट लगातार 11वीं बार 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है, यानि इसमे किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि इस फैसले के बाद लोन धारकों द्वारा दिए जा रहे है ब्याज में कोई कमी नहीं होगी। इसके अलावा शक्तिकांत दास ने दूसरी तिमाह के जीडीपी में आई भारी गिरावट पर भी अपनी प्रक्रिया दी है। आपको बता दें कि आरबीआई ने 2025 की अपनी पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा की है। इसके अलावा गवर्नर ने स्मॉल बैंक, AI को लेकर भी जानकारी दी।
RBI Monetary Policy में लोन धारकों को RBI ने किया निराश
आपको बताते चले कि लगातार 11वीं बर रेपो रेट में कोई बदलवा नहीं किया गया है। 4:2 फैसले के तहत रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लोन धारकों द्वारा उम्मीद जताई जा रही थी, कि इस बार ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। हालांकि ऐसा हुआ नहीं, आसान भाषा में कहें तो जारी नतीजों के बाद ब्याज दरों में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं होगी।
GDP में आई भारी गिरावट पर क्या बोले Shaktikanta Das
आपको बताते चले कि हाल ही में दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए गए थे। जिसमे जीडीपी ग्रोथ में भारी गिरावट देखी गई थी। वहीं अब RBI Monetary Policy के नतीजे घोषित करते समय आरबीआई गवर्नर ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “इस वर्ष की दूसरी तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में 5.4% की वृद्धि अनुमान से बहुत कम रही।
विकास में यह गिरावट विनिर्माण कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन, खनन गतिविधि में संकुचन और कम बिजली की मांग के कारण पहली तिमाही में औद्योगिक विकास में 7.4% से दूसरी तिमाही में 2.1% की भारी गिरावट के कारण हुई। हालाँकि, विनिर्माण क्षेत्र में कमज़ोरियाँ व्यापक नहीं थीं बल्कि पेट्रोलियम उत्पाद, लोहा और इस्पात और सीमेंट जैसे विशिष्ट क्षेत्रों तक सीमित थीं”।
RBI ने 2024-25 को लेकर जीडीपी ग्रोथ में किया संशोधन
आरबीआई गवर्नर द्वारा दी जानकारी के अनुसार आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि का अनुमान घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया, जो पहले 7.2 प्रतिशत के अनुमान से कम था। RBI Monetary Policy के नतीजे के अनुसार वास्तविक जीडीपी वृद्धि के लिए 2024-25 में 6.6 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 6.8 प्रतिशत का और चौथी तिमाही में 7.2 प्रतिशत का अनुमान लगाया गया है।
RBI Monetary Policy में महंगाई दर पर क्या बोले गवर्नर
जारी नतीजों के अनुसार आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025 के लिए खुदरा महंगाई दर का अनुमान पहले के 4.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया है। गौरतलब है कि नवंबर में महंगाई दर में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी देखी गई थी। जिसके बाद से ही विपक्ष लगातार खुदरा महंगाई दर को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर रहा था। हालांकि अब देखना होगा की तीसरी तिमाही में क्या आरबीआई द्वारा नतीजे ही सामने आते है या फिर नतीजों में बदलाव होता है।