RBI Monetary Policy: 5 जून यानि बुधवार को शुरू हुई आरबीआई की एमपीसी बैठक के नतीजें सामने आ गए है। हालांकि इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बता दें के एमपीसी के नतीजें आज सुबह ही जारी किए गए है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नही हुआ है। हालांकि डीजीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ा दिया है।
रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
आपको बता दें कि आज सुबह आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एमसीपी के नतीजों की घोषणा कर दी गई है। हालांकि इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकार है। गौरतलब है कि फरवरी 2023 से ही रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत, स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी रेट 6.25 प्रतिशत मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट 6.75% और बैंक रेट 6.75% पर रखा गया है। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजें के बाद यह आरबीआई की पहली बैठक थी।
सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान
भूराजनीतिक तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतों पर परिदृश्य अनिश्चित बना हुआ है। सामान्य मानसून मानते हुए, 2024-25 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% अनुमानित है। जिसमें Q1 4.9%, Q2 3.8%, Q3 4.6% और Q4 4.5% है, जोखिम समान रूप से संतुलित हैं।
जीडीपी वृद्धि का अनुमान, हमने इसे 7% से बढ़ाकर 7.2% कर दिया है और मुद्रास्फीति का अनुमान, वर्ष के लिए औसत, हमने इसे 4.5% पर बरकरार रखा है जैसा कि पिछली एमपीसी बैठक में था। मैंने बताया है कि अच्छे कारण हैं कि हमने चालू वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान क्यों बढ़ाया है।
जीडीपी 2024-25 के लिए 7.2 रहने का अनुमान
जारी नतीजों के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी की वृद्धि 7.2% अनुमानित है
जिसमें Q1 7.3%, Q2 7.2%, Q3 7.3% और Q4 7.2% रहने का अनुमान जताया है।