RBI MPC Meeting: भारत में नए वित्त वर्ष की शुरुआत के साथ ही काफी चीजें बदल गई है। ऐसे में सोमवार को देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिर्जव बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक (RBI MPC Meeting) शुरू हो गई है। तीन दिन चलने वाली इस बैठक की अगुवाई गर्वनर शक्तिकांत दास कर रहे हैं। MPC की ये तीन दिवसीय बैठक 3,5 और 6 तारीख को आयोजित होगी। इन तीन दिनों के दौरान नीतिगत ब्याज दरों से संबंधित फैसले लिए जाएंगे। इसके बाद 6 अप्रैल को गर्वनर शक्तिकांत दास इन तीन दिनों में लिए गए फैसलों की जानकारी साझा करेंगे।
बैठक में लिया जा सकता है ये फैसला
MPC की बैठक को लेकर वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई एक बार फिर से रेपो रेट में 0.25 फीसदी की वृद्दि कर सकता है। बताया जा रहा है कि आरबीआई ने महंगाई दर की सीमा को 6 फीसदी निर्धारित किया था।
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हालांकि, अभी ये दर 6 फीसदी से ऊपर बनी हुई है, इसलिए आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। आरबीआई कोशिश करेगा कि वह महंगाई दर को 2 से 6 फीसदी के बीच ला पाए। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर इस साल जनवरी में 6.52 फीसदी और फरवरी में 6.44 फीसदी के स्तर पर बनी रही।
अब तक रेपो रेट में 6 बार इजाफा हुआ
मालूम हो बीते साल मई 2022 से अब तक 6 बार रेपो रेट को बढ़ाया जा सकता है। इस दौरान रेपो रेट में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की जा चुकी है। इसके साथ ही रेपो रेट अब 6.50 फीसदी पर पहुंच गया है। इससे पहले फरवरी में भी आरबीआई ने अपनी आखिरी एमपीसी बैठक में 0.25 फीसदी रेपो रेट में इजाफा किया था।
इन चुनौतियों से निपटने की करनी होगी तैयारी
आरबीआई के सामने इस दौरान कई गंभीर चुनौतियां हैं। इसमें बैंकों की आर्थिक स्थिति, महंगाई, जमा और क्रेडिट ग्रोथ को बढ़ाना और घरेलू शेयर बाजार में स्थिरता लाना एक चुनौती भरा काम है। इसके साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व,यूरोपीय केंद्रीय बैंक और इंग्लैंड के ताजा कदमों की भी समीक्षा की जाएगी।