RBI Repo Rate: देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज गुरुवार को लोगों को बड़ी राहत दी। दरअसल, बीते तीन दिनों से चल रही आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद RBI ने रेपो रेट में इजाफा नहीं करने का फैसला किया। मतलब RBI ने रेपो रेट की दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
गर्वनर शक्तिकांत दास ने क्या कहा
आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने प्रेस वार्ता में कहा कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में इजाफा करने के फैसला नहीं किया गया है। गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियां हैं और इसका प्रभाव भारत पर पड़ता देखा जा रहा है। मगर इसके बाद आरबीआई ने बहुमत से रेपो रेट नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया है।
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आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि समिति के इस फैसले के बाद रेपो रेट की दर को 6.5 फीसदी पर ही बनाए रखा है। उन्होंंने कहा कि भारतीय बैंकिंग सेक्टर काफी मजबूत स्थिति में है। उन्होंंने आगे कहा कि देश में महंगाई के मोर्चे पर आरबीआई के सामने अभी कई बड़ी चुनौतियां हैं। उन्होंंने कहा कि जब तक महंगाई दर आरबीआई के निर्धारित लक्ष्य के समीप नहीं आ जाती, तब तक हमें लगातार काम करना होगा।
आखिरी बार कब बढ़ी थी रेपो रेट
आपको बता दें कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इस साल 8 फरवरी 2023 को आखिरी बार रेपो रेट में 0.25 फीसदी की वृद्धि की थी। हालांकि, ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि आरबीआई बैठक के बाद रेपो रेट में 0.25 फीसदी का इजाफा कर सकता है। मगर ऐसा नहीं हुआ।
विकास दर के अनुमान में मामूली बढ़ोतरी
आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 में अनाज के उत्पादन में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 24 में महंगाई में कमी आने की संभावना है। आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में खुदरा महंगाई दर 5.2 प्रतिशत रह सकती है। साथ ही वित्त वर्ष 2024 के लिए आर्थिक विकास दर के अनुमान को 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया। मतलब जीडीपी में मामूली इजाफा होने का अनुमान लगाया गया।
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