Reliance Board: भारत के साथ विश्व के अनेक हिस्सों में अपने काबिलियत व अन्य पहलुओं से छाप छोड़ चुकी रिलायंस इंडस्ट्रीज की चर्चा इन दिनों फिर जोरों पर है। दरअसल रिलायंस बोर्ड में कंपनी ने मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों को बोर्ड में शामिल करने का निर्णय लिया था। अब इस क्रम में एक प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म उनके छोटे बेटे अनंत अंबानी के नाम को लेकर अपना विरोध दर्ज करा रही है। इस इंटरनेशनल प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज इंक (ISS) का कहना है कि अनंत अंबानी का अनुभव केवल 6 साल का है। ऐसे में वो बोर्ड में शामिल होने के लिए अभी योग्य नहीं हुए हैं। इसी क्रम में प्रॉक्सी फर्म ने उनेक नाम को लेकर सवाल उठाते हुए शेयरहोल्डर्स से उन्हें वोट ना करने की अपील की है।
ये है पूरा मामला
रिलायंस के वार्षिक मीटिंग के दौरान कंपनी ने अहम फैसला लेते हुए कहा था कि मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों को बोर्ड में शामिल किया जाएगा। इसके बाद से एक इंटरनेशनल प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज इंक (ISS) ने मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी के नाम को लेकर प्रश्न खड़ा कर दिया और लोगों से उनकी नियुक्ति के खिलाफ वोट देने की अपील की है। प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म का कहना है कि अनंत अंबानी के पास केवल छह साल का अनुभव है। ऐसे में वो बोर्ड में शामिल होकर कैसे अपना योगदान दे सकेंगे। बता दें कि रिलायंस बोर्ड में अनंत अंबानी के शामिल होने के लिए 26 अक्टूबर तक शेयरहोल्डर्स उन्हें वोट दे सकते हैं। उसका बाद से इस विषय पर फैसला लिया जाएगा।
ईशा और आकाश के नाम का समर्थन
इंटरनेशनल प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज इंक (ISS) ने बोर्ड मे शामिल होने के लिए ईशा अंबानी और आकाश अंबानी के नाम का समर्थन किया है। उनका कहना है कि ईशा और आकाश लंबे समय से कंपनी के कार्य प्रणाली से परिचित हैं। वहीं अनंत के पास अनुभव की कमी है। बता दें कि आकाश 2014 से ही रिलायंस जियो इन्फोकॉम से जुड़े हैं और कंपनी के चेयरमैन हैं। वहीं ईशा अंबानी रिलायंस का रिटेल बिजनस देखती हैं और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। ऐसे में प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म ने इन दोनों के नाम का समर्थन किया है।
अनंत को मिला इस प्रॉक्सी फर्म का समर्थन
इंटरनेशनल प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज इंक (ISS) द्वारा रिलायंस बोर्ड में शामिल किए जाने पर अनंत अंबानी का विरोध किया जा रहा है। हालाकि इस मामले में अनंत को एक इंटरनेशनल प्रॉक्सी फर्म Glass Lewis का समर्थन मिला है। इनका कहना है कि अनंत व मुकेश अंबानी के जुड़वा बच्चे आकाश और ईशा के उम्र में महज तीन साल का फर्क है लेकिन इनका काम करने का एक्सपीरियंस लगभग एक बराबर है। ऐसे में इस प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म द्वारा किए गए समर्थन से अनंत अंबानी को मजबूती मिल रही है और कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में उन्हें रिलायंस बोर्ड में शामिल किया जा सकेगा।
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