Reserve Bank Of India: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानि आरबीआई ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि कुछ बैंकों में लाखों खाते हैं जिनका उपयोग धोखाधड़ी वाले लेनदेन और सदाबहार ऋण के लिए किया जाता है। आरबीआई ने बैंकों को सख्त निर्देश दिए है कि इन अकाउंटों को जल्द से जल्द बंद कर दिया जाना चाहिए नहीं तो बैंकों पर कार्रवाई की जा सकती है।आरबीआई ने अपने निरीक्षण में पाया कि कुछ बैंकों ने बिना किसी वैध कारण के लाखों इंटरनल अकाउंट खोले हैं।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने क्या कहा?
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने मंगलवार को बैंकों को अपने संबोधन में कहा, जिसमें मुख्य वित्तीय अधिकारी और लेखा परीक्षक उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि एक क्षेत्र जो पिछले कुछ वर्षों में अधिक ध्यान में आया है वह है आंतरिक खातों का नियंत्रण और प्रबंधन। हमने पाया कि कुछ बैंकों में बिना किसी वैध कारण के लाखों ऐसे खाते खोल रखें है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने बैंकों के मुख्य वित्तीय अधिकारियों (CFOs) को निर्देश दिया कि वे इन खातों को घटाएं और केवल जरूरी अकाउंट्स ही रखें।
आरबीआई ने सभी अवैध खातों को बंद करने के दिए निर्देश
पिछले हफ्ते आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंक प्रमुखों के साथ बातचीत के दौरान अवैध खातों का मुद्दा उठाया था और उनसे डिजिटल धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने को कहा था। आपको बताते चले कि आरबीआई ने नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों को भी चेतावनी दी है। स्वामीनाथन ने सीएफओ से प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी और बाकी शीर्ष प्रबंधन के साथ विस्तार पर नजर रखने और ईमानदार और पारदर्शी संचार करने का आग्रह किया। गौरतलब है कि इससे पहले भी आरबीआई ने इसे लेकर सचेत किया था, लेकिन बैकों द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया।