SBI: भारत के सबसे बड़े बैंकिंग उपक्रमों में से एक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के लाखों ग्राहकों को बड़ा झटका लगा है। ताजा जानकारी के मुताबिक एसबीआई ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में संशोधन किया है जिसके तहत एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वॉइंट्स (BPS) की वृद्धि दर्ज की गई है।
बैंकिंग एक्सपर्ट के अनुसार कहा जा रहा है कि MCLR के 0.10 फीसदी बढ़ जाने से इसका असर लोन पर भी पड़ेगा और अब लोन (Loan) पहले की तुलना में ज्यादा महंगा मिलेगा। ध्यान देने योग्य बात होगी कि ये संशोधित दरें आज यानी 15 जुलाई 2024 से ही लागू होंगी। ऐसे में आइए हम आपको SBI द्वारा लिए गए इस फैसले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
क्या हैं संशोधित दरें?
SBI की ओर से कुछ पीरियड के लिए लोन पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में संशोधन किया गया है। इसके तहत नई दरें इस प्रकार हैं-
समय | संशोधित MCLR रेट |
1 महीना | 8.35% |
3 महीना | 8.40% |
6 महीना | 8.75% |
1 साल | 8.85% |
2 साल | 8.95% |
ध्यान देने योग्य बात है कि एसबीआई द्वारा संशोधित की गईं MCLR की नई दरें आज यानी 15 जुलाई से ही लागू होंगी। दावा किया जा रहा है कि MCLR रेट बढ़ जाने से इसका असर EMIs पर भी पड़ सकता है।
कैसे प्रभावित होंगे लाखों कर्जदार?
एसबीआई द्वारा MCLR की नई दरें संशोधित करने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लाखों कर्जदारों पर इसका प्रभाव पड़ सकेगा। इस नए दर के लागू होने के बाद जो लोग भी एसबीआई से कार या अन्य वाहन लोन, होम लोन या पर्सनल लोन लेंगे, उन्हें पहले की तुलना में EMI की ज्यादा रकम चुकानी पड़ेगी। जानकारी के लिए बता दें कि MCLR, लोन का वह दर है जिससे कम पर बैंक किसी भी ग्राहक को लोन नहीं देता।