Subrata Roy Sahara: भारतीय उद्योग जगत के नामी चेहरे और सहारा इंडिया परिवार के मुखिया सहारा श्री सुब्रत रॉय का बीती रात मुंबई के एक अस्पताल मे निधन हो गया। दावा किया जा रहा है कि 75 वर्षीय श्री सहारा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। भारतीय उद्योग जगत में आज भी उनके नाम का खूब बोल-बाला है। बता दें कि उनका जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया जिले में हुआ था। बेहद सामान्य परिवार में जन्मे श्री सहारा ने जीवन में वो कीर्तिमान रचे जिन्हें हासिल करना बहुत मुश्किल था। हालाकि एक ऐसा समय भी आया जब सहारा का पतन देखने को मिला। ऐसे में आइये हम आपको एयरलाइन से लेकर रियल स्टेट तक के क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने वाले सुब्रत राय के जीवन से जुड़े कुछ अनूठे किस्से बताते हैं।
एयरलाइन के साथ रियल स्टेट के बादशाह
मशहूर कारोबारी सुब्रत राय सहारा कभी एयरलाइन के बेताज बादशाह कहे जाते थे। उन्होंने वर्ष 1991 में एयर सहारा एयरलाइन की स्थापना की जिसके बाद से वर्ष 1993 के अंत में इनकी उड़ान शुरु हुई। लगभग दशकों तक एयर सहारा एयरलाइन ने उड़ान के क्षेत्र में अपना दबदबा बरकरार रखा था जिसके बाद से इसे 2007 में जेट एयरवेज ने खरीद लिया। इसके अलावा श्री सहारा का दबदबा रियल स्टेट फिल्ड में भी देखने को मिला और अपने कामयाबियों के दौर में उन्होंने इससे जुड़े कई कीर्तिमान रचे।
पूर्व PM वाजपेयी भी थे श्री सहारा के मुरीद
सहारा उद्योग जगत के मालिक श्री सुब्रत राय एक सफल अद्योगपति के साथ नेकदिल इंसान भी थे। उन्होंने देश में आपदा के कई अवसरों पर खुलकर लोगों की मदद की जिसके लिए उनकी तारीफ हुई थी। वर्ष 2013 में उत्तराखंड में भीषण त्रासदी के दौरान श्री सहारा ने पीड़ित लोगों की खूब मदद की थी। उनकी ओर से पानी की बोतलें, खाद्य सामग्री व अन्य जरुरी वस्तुएं लोगों के लिए उपलब्ध कराई गई थीं। इसके अलावा कार्गिल युद्ध के दौरान भी श्री सहारा ने शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद भी दी थी। उनके इस कृत्य की चर्चा चारो तरफ हुई थी और देश के तत्कालीन पीएम अटल विहारी बाजपेयी भी उनकी तारीफ करते नजर आए थे।
कई पुरस्कारों से हुए थे सम्मानित
सहारा ग्रुप के चेयरमैन व मशहूर उद्यमी श्री सुब्रत राय कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। उन्हे 2001 में राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार तो वर्ष 2002 में बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाजा गया था। इसके अलावा 2002 में ही बेस्ट इंडस्ट्रियलिस्ट अवॉर्ड, 2010 में विशिष्ट राष्ट्रीय उड़ान सम्मान और 2012 में भारत के टॉप 10 मोस्ट इंफ्लूएंशियल बिजनेसमैन के अवार्ड से भी नवाजा गया था। सहारा मध्यम वर्गीय परिवारों की आवाज बनकर ऊभरे थे।
इन कारणों से डूबा साम्राज्य
सहारा श्री सुब्रत राय ने अपने जीवन में खूब शोहरत हासिल किया था। हालाकि एक एसा समय भी आया जब उनके पतन के दौर की शुरुआत हो गई। दरअसल सहारा ग्रुप की कंपनी प्राइम सिटी के IPO के दौरान ही सहारा की उल्टी गिनती शुरु हो गई थी। इस IPO की प्रक्रिया के दौरान ही उन पर नियमों के विरुद्ध जाकर लोगों से पैसे निवेश कराने के आरोप लगे। इस मामले ने इतना तुल पकड़ा की उन्हें इसके लिए जेल भी जाना पड़ा था। ये सहारा के पतन की शुरुआत थी। इसके बाद से निवेशकों और सहारा के अन्य ग्राहकों का विश्वास भी सहारा ग्रुप से टटूता गया और उनके व्यापारिक साम्राज्य की लगातार पतन होती रही। वर्तमान में भी सहारा पर निवेशकों को 24400 करोड़ रुपए लौटाने के मामले में केस चल रहा है।
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