Success Story: वर्तमान समय में ज्यादा से ज्यादा युवा सरकारी नौकरी की चाहत रखते हैं। अपनी इस चाहत को पूरा करने के लिए वे अपना सब कुछ दांव पर भी लगाने को तैयार रहते हैं। लेकिन आज आपको राजस्थान के एक युवा की सक्सेस स्टोरी बताते हैं, जिसने एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन सरकारी नौकरियां छोड़ दी। युवा ने सरकारी नौकरी छोड़ एक ऐसे क्षेत्र को चुना जिसे किसान घाटे का सौदा समझते हैं।
लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे धनराज
किसान जिसे घाटे का सौदा समझते हैं या मौसम का जुआ कहते हैं, उसे इस युवा ने अपना कमाई का जरिया बना लिया। वर्तमान समय में वे इस क्षेत्र से लाखों रुपए कमा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं सरकारी नौकरी छोड़कर किसान बनने वाले राजस्थान के बारां के रहने वाले धनराज लववंशी (Success Story) की। धनराज आज खेती कर लाखों रुपए मुनाफा कमा रहे हैं।
राजस्थान के पहले किसान (Success Story)
किसान धनराज लववंशी बताते हैं कि वे राजस्थान के पहले किसान हैं जिन्होंने इजराइल की पद्धति से खेती शुरू की है। वे कहते हैं कि उन्होंने इजराइल की मल्टीक्रेप हार्वेस्टिंग फॉर्मूला को अपनाया है। उनका कहना है कि नौकरी छोड़ने के बाद पहली बार लाखों रुपए का मुनाफा काश्त से खेत जोतकर किया। उन्होंने बारां में करीब 40 महिला और पुरुषों को रोजगार भी दी है।
ये भी पढ़ें: Success Story: मशरूम की खेती कर आप भी लाखों कमा सकते हैं, पढ़िए सुषमा गुप्ता की कहानी
तीन-तीन सरकारी नौकरी छोड़ी (Success Story)
धनराज लववंशी का कहना है कि उन्होंने साल 2019 में अकलेरा कोर्ट में क्लर्क की नौकरी छोड़ी। इसके बाद तहसील में क्लर्क बन गए। इसके बाद साल 2019 में ही उनका चयन थर्ड ग्रेड टीचर के लिए भी हो गया। लेकिन खेती के कारण उन्होंने अपनी तीनों नौकरियां छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने परंपरागत खेती में कुछ नया करने के लिए महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ रूहोरी महाराष्ट्र पहुंचे.
यहां से सीखी इजरायल पद्धति
महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ में धनराज ने खेती की सबसे अच्छी पद्धति से जुड़ी बारीकियों को सीखा। इसके बाद इजरायल पद्धति का अध्ययन किया। साथ ही इजरायल पद्धति के मल्टीक्रॉप फॉर्मूले का अध्ययन किया। फसलों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी जुटाकर वे वापस बारां लौट आए।
ये भी पढ़ें: Fish Farming: खेती छोड़ शुरू किया मछली पालन, हर साल लाखों की कमाई…पढ़ें Success Story
उगा रहे ऑफ सीजन सब्जियां
इसके बाद बारां के धनराज ने सारथल में लीज पर खेत लिया और खेती शुरू कर दी. पहली बार उन्होंने सोयाबीन की फसल की। पहली बार में धनराज ने करीब 38 लाख रुपए का मुनाफा कमाया। वर्तमान समय में वे वेजिटेबल हार्वेस्टिंग (Vegetable Harvesting) की खेती कर रहे हैं। उन्होंने 40 बीघा जमीन में करीब 10 तरीके की ऑफ सीजन सब्जियां लगाई है। इसमें मिर्ची, टमाटर, बैंगन, भिंडी, करेला, लौकी, तरबूज, खरबूजा और गेंदा फूल की फसल तैयार की जा रही है। धनराज कहते हैं कि इस खेती से करीब एक करोड़ की आय का लक्ष्य रखा है।
डेयरी फार्मिंग में भी आजमाई किस्मत (Success Story)
चार साल पहले धनराज लववंशी ने डेयरी फार्म में भी किस्मत आजमाई और सफल रहे। वर्तमान समय में धनराज के पास 29 उन्नत किस्म की दुधारू भैसें और गायें हैं। उन्होंने दूध के सप्लाइ के लिए एक चैन सिस्टम बनाया है। वे इससे होने वाली आय का आधा हिस्सा खेती में लगाते हैं।
क्या है इजरायल पद्धति
इजरायल ने एक ऐसे अन्न कोष का निर्माण किया है जिसमें किसान कम खर्चों में ही अपनी फसल को ताजा और सुरक्षित रख सकते हैं। ये बैग हवा और पानी दोनों से सुरक्षित रहता है। बैग का प्रयोग भारत में भी हो रहा है। ये बैग उपज की सुरक्षा के लिए कारगार साबित हो रहा है। कहा जाता है कि भीषण गर्मी और सीलन होने के बाद भी इस बैग में रखी फसलें सुरक्षित रहती हैं।