Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार द्वारा बेटियों के भविष्य के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है। उसमे से एक है Sukanya Samriddhi Yojana। अगर आप भी अपनी लाडली बेटी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए Sukanya Samriddhi Yojana के तहत निवेश कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। सरकार ने इस योजना में कुछ बदलाव किए हैं, जिन्हें जानना आपके लिए जरूरी है। नए नियमों के मुताबिक, अब बेटी के खाते का संचालन केवल माता-पिता या कानूनी अभिभावक ही कर सकते हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो खाता बंद किया जा सकता है। आइए जानते हैं स्कीम में हुए बदलावों के बारे में
1 अक्टूबर से बदल जाएंगे नियम
1 अक्टूबर 2024 से इस योजना के तहत एक बड़ा बदलाव लागू होने जा रहा है। यह बदलाव ऐसे सुकन्या समृद्धि खातों पर लागू होगा जो राष्ट्रीय लघु बचत योजनाओं के तहत खोले गए हैं। नए नियम के मुताबिक, अगर किसी लड़की का खाता किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा खोला गया है जो उसका कानूनी अभिभावक नहीं है, तो उसे अब यह खाता प्राकृतिक माता-पिता या कानूनी अभिभावक को ट्रांसफर करना होगा। ऐसा नहीं करने पर खाता बंद किया जा सकता है।
Sukanya Samriddhi Yojana के फायदें
इस स्कीम में आयकर की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स छूट का लाभ मिलता है. SSY Scheme में जरूरत पढ़ने पर मैच्योरिटी पूरा होने से से पहले पैसे निकालने की सुविधा भी दी जाती है। बेटी की उम्र 18 साल होने के बाद पढ़ाई के लिए इस खाते से पहले निकासी की जा सकती है। इस योजना का मकसद बेटियों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए है। गौरतलब है कि बिटिया होने के बाद माता पिता को बेटी के पढ़ाई से लेकर शादी तक काफी चिंता बनी रहती है। वहीं अब इस स्कीम के तहत माता- पिता इस खाते में एक तय राशि निवेश कर सकते है ताकि भविष्य में बिटिया को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।