UPI Circle Feature: अगर घर में 5 लोग हैं तो सभी के पास बैंकिंग अकाउंट होना चाहिए, साथ ही, सभी का निजी मोबाइल नंबर उनके बैंक खाते से जुड़ा होना चाहिए, तभी यूपीआई भुगतान किया जा सकता है। लेकिन अब यूजर्स बिना अकाउंट के भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आपके घर में 5 लोग हैं तो उस घर का मुखिया अपने यूपीआई अकाउंट से घर के 5 लोगों को जोड़ सकता है। इस फीचर को UPI सर्कल नाम दिया गया है, जिसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ने लॉन्च किया है। इस फीचर की घोषणा हाल ही में RBI ने की है।
UPI सर्किल फीचर क्या है?
यूपीआई सर्किल एक प्रतिनिधि भुगतान सुविधा है, जो प्राथमिक सुविधा के साथ-साथ भुगतान लिंक की सुविधा भी प्रदान करती है। इसकी सहायता से आंशिक या पूर्ण भुगतान किया जा सकता है। मतलब माता-पिता अपना UPI अकाउंट बच्चों के साथ शेयर कर सकते हैं।
कैसे काम करता है यह फीचर?
इसके दो प्रकार के उपयोगकर्ता हैं, प्राथमिक और द्वितीयक। प्राथमिक उपयोगकर्ताओं के पास अपने स्वयं के खाते होते हैं, जिनमें वे द्वितीयक उपयोगकर्ताओं को जोड़ सकते हैं। वे कुछ सीमाएं भी लगा सकते हैं। इसमें सेकेंडरी यूजर्स को फुल पेमेंट एक्सेस दिया जा सकता है। अथवा द्वितीयक उपयोगकर्ताओं के लिए कुछ सीमित भुगतान विकल्प उपलब्ध कराये जा सकते हैं। इसके अलावा इसमें दो विकल्प भी होते है।
- फुल डेलिगेशन- इसमें प्राइमरी यूजर सेकेंडरी यूजर को बिना किसी मंजूरी के पूर्व-निर्धारित खर्च सीमा करने की इजाजत दे सकता है।
- पार्शियल डेलिगेशन- इसमें द्वितीयक उपयोगकर्ता लेनदेन कर सकते हैं, लेकिन प्राथमिक उपयोगकर्ताओं को प्रमाणीकरण और भुगतान के लिए यूपीआई पिन दर्ज करना होगा।
UPI सर्किल फीचर उपयोग करते समय इन बातो का रखें ध्यान
- सेकेंडरी यूजर्स को भुगतान के लिए ऐप पासकोड या बायोमेट्रिक विवरण देना होगा।
- प्राथमिक उपयोगकर्ता भुगतान के लिए अधिकतम 5 लोगों को अपने खाते में जोड़ सकता है।
- यूपीआई सर्कल में मासिक खर्च की सीमा 15000 रुपये तय की गई है।
- एक दिन में अधिकतम खर्च 5000 रुपये है। यह UPI सीमा आंशिक प्रतिनिधिमंडल पर लागू होगी।
क्या है इसके फायदे
यूपीआई सर्कल घरेलू वित्त के प्रबंधन या आश्रितों को भुगतान करने के लिए अत्यधिक सुविधा प्रदान करने वाला एक समाधान है। यह माता-पिता को धोखाधड़ी के कम से कम जोखिम के साथ परिवार में बच्चों या बुजुर्ग आश्रितों के खर्चों को नियंत्रित करने और प्रबंधित करने में मदद करता है और यह सुनिश्चित करता है कि बजट ओवरशॉट न हो।