Bank Aadhar Fraud: आधार कार्ड आज एक बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है। यह अब हमारी पहचान का सबसे मजबूत सबूत बन गया है। आधार की बढ़ती उपयोगिता के कारण अब इसे लेकर अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कई साइबर अपराधी अब आम लोगों के आधार का दुरुपयोग वित्तीय धोखाधड़ी करने के साथ-साथ कुछ आपराधिक गतिविधियों में भी कर रहे हैं। यदि आपने अपने बायोमेट्रिक्स डिटेल को लॉक नहीं किया है तो आप AePS धोखाधड़ी का शिकार हो सकते है और आपके खाते से सारे पैसे छू मंतर हो सकते है। लेकिन क्या आपको पता है कि यूआईडीआईए ने एक ऐसा आधार कार्ड लॉन्च किया है। जिससे व्यक्ति धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकता है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी जानकारी।
मास्क्ड आधार कार्ड क्या है?
आपको बताते चले कि मास्क्ड आधार कार्ड यूआईडीएआई ही द्वारा जारी किया जाता है। बता दें कि यह आम आधार से बिल्कुल अलग है। बता दें कि सामान्य आधार कार्ड पर 12 आधार नंबर छपे होते हैं। लेकिन मास्क्ड आधार में केवल आखिरी के 4 अंक ही दिखाई देते है। आईडी में आधार कार्ड के पहले 8 आधार नंबर ‘XXXX-XXXX’ लिखे होते हैं। यानि की शुरू का आधार नंबर किसी को भी नहीं दिखता है और ना ही पता चलता है। गौरतलब है कि इससे अगर किसी कारण से ठग के पास आपका आधार कार्ड चला भी जाता है तो वह उसके किसी काम का नहीं रहता है।
कैसे करें डाउनलोड
- सबसे पहले myaadhaar.uidai.gov.in पर जाएं और लॉगिन विकल्प चुनें।
- आधार नंबर और कैप्चा कोड डालने के बाद सेंड ओटीपी पर क्लिक करें।
- आपके आधार नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, इसे दर्ज करें और लॉगिन पर क्लिक करें।
- सेवा अनुभाग से आधार डाउनलोड करें का चयन करें।
- अपने जनसांख्यिकीय डेटा की समीक्षा अनुभाग में क्या आप एक मुखौटा आधार चाहते हैं विकल्प चुनें।
- फिर डाउनलोड पर क्लिक करें
क्या मास्क्ड आधार कार्ड वैलिड होता है?
मालूम हो कि मास्क्ड आधार कार्ड पूरी तरह से वैध है। इसको भी UIDAI द्वारा ही जारी किया जाता है। गौरतलब है कि इसका उपयोग आम आधार की तरह कही भी किया जा सकता है। यहां तक UIDAI ने भी कई बार लोगों से सामान्य आधार कार्ड की जगह मास्क्ड आधार कार्ड देने की अपील की है। ताकि उसके दुरूपयोग से बचा जा सके।