What is E20 Fuel: भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छुए हुए हैं। ऐसे में कार चालक से लेकर कार निर्माता तक इस बात से परेशान हैं, क्योंकि इसका सीधा सा असर कारों की बिक्री पर पड़ता है। ऐसे में देश में पेट्रोल-डीजल के अलावा अन्य ईंधन विकल्पों पर ध्यान दिया जा रहा है। इसी कड़ी में इंडिया एनर्जी वीक (IEW) 2023 की शुरूआत हो गई है। आपको बता दें कि 6 फरवरी से बैंगलुरु में शुरू हुआ ये कार्यक्रम 8 फरवरी तक चलाया जाएगा। ये IEW 2023 कार्यक्रम G20 इवेंट के तहत आयोजित किया जा रहा है। इस सीधा सा उद्देश्य भारत में बढ़ती एनर्जी ट्राजिंक्शन को प्रदर्शित करना है।
12 राज्यों को मिलेगा इसका फायदा
इस आयोजन की खास बात है इस दौरान देश के 12 राज्यों में ई20 पेट्रोल की शुरूआत होगी। इसमें 20 फीसदी इथेनॉल के साथ मिश्रित पेट्रोल होता है। अब जानिए आने वाले समय में ये कैसे आम लोगों के साथ-साथ सरकार के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।
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इथेनॉल को दिया जा रहा है बढावा
ई-20 या फिर फलेक्स फ्यूल में ई का मतलब है इथेनॉल और 20 का मतलब है पेट्रोल में इथेनॉल की 20 फीसदी मात्रा। यहां पर आपको बता दें कि ये संख्या जितनी बढ़ेगी उतना ही इथेनॉल की मात्रा भी बढ़ेगी। देश में अभी 10 फीसदी ही पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा रखी जा रही है। मगर अब देश के 12 शहरों पेट्रोल में 20 फीसदी वाला इथेनॉल पेश करने की तैयारी है।
पेट्रोल में मिलाए जाने वाला इथेनॉल क्या है, जानिए
इथेनॉल को बायोमास से तैयार किया जाता है, इससिए इसे कच्चे तेल की जरूरत नहीं होती है।इथेनॉल ज्यादातर मक्का और गन्ने की फसलों से तैयार किया जाता है। देश में मक्का और गन्ने की अच्छी-खासी फसल होती है। ऐसे में आसानी से काफी मात्रा में इथेनॉल को तैयार किया जा सकता है।
इथेनॉल एक इको-फ्रेंडली ईंधन है, जो अल्कोहल बेस्ड फ्यूल है। खबरों के मुताबिक, इथेनॉल को गन्ने, मक्का और चुकंदर जैसी फसलों से तैयार किया जाता है। इससे पर्यावरण को कई तरह के खतरों से बचाया जा सकता है।
ई-20 या इथेनॉल से क्या फायदा होगा?
आपको बता दें कि जब पेट्रोल को इथेनॉल के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है तो इससे 35 फीसदी तक कार्बन मोनो ऑक्साइड कम पैदा होता है। वहीं, इसकी मदद से कार्बन उत्सर्जन की मात्रा कम होगी। इससे जलवायु परिवर्तन के खतरे को कम किया जा सकता है। इथेनॉल के इस्तेमाल से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। गन्ने की खेती करने वाले किसानों को इससे अधिक फायदा हो सकता है। इसके साथ ही भारत की कच्चे तेल पर निर्भरता कम होगी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने से केंद्र सरकार को 41 हजार करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत होगी
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