2000 Note Update: संसद का मॉनसून सत्र जारी है ऐसे में लोगों के साथ-साथ हमारे जनप्रतिनिधियों के मन में भी तमाम सवाल होते हैं जिसका उत्तर वो सरकार की संबंधित विभाग से अपने प्रश्न के माध्यम से लेते हैं। बता दे कि सदन के इस सत्र में भी खूब हंगामा देखने को मिल रहा है पर उन्हीं हंगामें वाले क्षणों में ही हमसे और आपसे जुड़े कई मामलों पर चर्चा भी हो रही है। इसके बदले में सरकार की ओर से जवाब भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में सरकार के वित्त मंत्रालय ने 2000 रुपये के नोट को लेकर एक बयान जारी किया है। आइये बताते हैं सरकार ने अपने जारी किए बयान में क्या कहा है।
क्या 2000 के नोटों को जमा करने की तारिख बढ़ाई जाएगी
संसद सत्र के दौरान जब महाराष्ट्र से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने वित्त मंत्रालय से 2000 के नोटों को जमा करने की अंतिम तिथि को बढ़ाने के संबंध में प्रश्न पूछा तो सरकार की ओर से वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि 2000 के नोटों को जमा करने की आखिरी तारिख को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। इसी के साथ सदन में यह प्रश्न भी पूछा गया कि क्या सरकार कालेधन से निपटने के लिए फिर कोई नया नोट बैन करने का विचार कर रही है। इसका जवाब भी पंकज चौधरी ने नहीं में ही दिया।
मई में हुई थी नोटों को वापस करने की घोषणा
बता दें कि आरबीआई ने मई महीने में अपने एक फैसले में 2000 के नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी। 19 मई को घोषणा करने के बाद से ही ये नोट चलन में नहीं हैं। लोग अपनी नजदीकी बैंक शाखा में जाकर अपने 2000 रुपये के नोट को जमा करा सकते हैं। खबरों की माने तो 2000 रुपये को नोटों के मामले में आरबीआई ने यह जानकारी दी है कि 2000 के 75% से ज्यादा नोट वापस जमा करा लिए गए हैं।
बाजार में कब आए थे 2000 रुपये के नोट
बता दें कि सरकार ने आरबीआई के निर्देश पर अचानक नवंबर 2016 में डिमोनेटिज़ेशन पॉलिसी के तहत पुराने 500 और 1000 के नोटों को बंद कर, नए 500 और 2000 रुपये की करंसी लॉन्च की थी। फिर मई 2023 में 2000 के नोटों को भी वापस करने का निर्णय लिया गया है।
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