World Bank: World Bank ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एक बड़ी खुशखबरी दी है। दरअसल वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की वृद्धि की भविष्यवाणी विश्व बैंक द्वारा 6.6% से बढ़ाकर 7% कर दी गई है। यह समायोजन देश के मध्यम अवधि के आर्थिक प्रदर्शन के अधिक आशावादी मूल्यांकन का प्रतिनिधित्व करता है। हालाँकि, हालिया आर्थिक डेटा मिश्रित संकेत प्रदान करता है। वहीं आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
Q1FY25 में जीडीपी वृद्धि धीमी हुई
30 अगस्त को जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि धीमी होकर 6.7% रह गई, जिसका मुख्य कारण आम चुनावों के लिए लागू आदर्श आचार संहिता से जुड़े सरकारी खर्च में कमी है (World Bank )। हालांकि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
अलग-अलग एजेंसियों ने जारी किया पूर्वानुमान
नोमुरा ने भारत के लिए अपना विकास अनुमान 6.9% से घटाकर 6.7% कर दिया है। हालाँकि, अपनी सबसे हालिया मौद्रिक नीति समिति की बैठक में, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने Q1FY25 के लिए 7.1% की विकास दर का अनुमान लगाया है। इन परिवर्तनों के बावजूद, जे.पी. मॉर्गन वित्त वर्ष 2015 में भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अपने 6.5% विकास अनुमान पर अड़े हुए हैं।
तेजी से बढ़ रही है भारतीय अर्थव्यवस्था
वर्ल्ड बैंक द्वारा जीडीपी ग्रोथ अनुमान में किया गया ये पॉजिटिव बदलाव भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन को प्रदर्शित करने वाला है। गौरतलब है कि आरबीआई द्वारा भी वित्त वर्ष 2025 के लिए जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई है। हालांकि पहली तिमाही में आरबीआई का अनुमान सही साबित नहीं हुआ।