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Hathras Stampede में 121 लोगों को हुई मौत, प्रशासन ने दर्ज की FIR, केंद्र और राज्य सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान

Hathras Stampede: में बीते दिन यानि 2 जुलाई को एक दर्दनाक हादसा हो गया। सत्संग के बाद हुई भगदड़ में अभी 121 लोगों की मौत हो गई है।

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Hathras Stampede
Hathras Stampede

Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में बीते दिन यानि 2 जुलाई को एक दर्दनाक हादसा हो गया। सत्संग के बाद हुई भगदड़ में अभी तक 121 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों की घायल होने की भी खबर है। गौरतलब है कि हाथरस घटना के बाद भगदड़ स्थल की जांच पड़ताल के लिए फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है। फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल पर जांच की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने भी जांच के आदेश दे दिए है।

कैसे हुई घटना?

जानकारी के मुताबिक सत्संग खत्म होने के बाद भोले बाबा अपनी कार की तरफ निकले तो चरण की धूल लेने के लिए महिलाएं टूट पड़ी। जानकारी के अनुसार भीड़ को हटाने के लिए वॉलिटयर्स ने वाटर केनन का इस्तेमाल किया। बचने के लिए लोग इधर उधर भागने लगे जिसके बाद भगदड़ मच गई। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़कर भागने लगे जिसके बाद यह घटना हुई।

परमिशन से ज्यादा पहुंच लोग

एफआईआर के अनुसार प्रशासन ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति दी थी। जानकारी के मुताबिक वहां 2.5 लाख लोग पहुंचे थे। इसी को लेकर प्रशासन ने सत्संग कराने वालो पर एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की कार्रवाई कर रही है।

कौन है भोले बाबा

आपको बताते चले कि भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है। वह एटा के रहने वाले है। करीब 25 सालों से वह सत्संग कर रहे है। मालूम हो कि पश्चिम यूपी के अलावा बाबा के राजस्थान, हरियाणा में भी अनुयायी है।

हाथरस ASP अमृत जैन ने दी जानकारी

हाथरस भगदड़ पर शहर के एएसपी अमृत जैन ने कहा कि, “हमें हाथरस जिले से 38 शव मिले, जहां कल घटना हुई थी। हमने उनमें से 36 की सफलतापूर्वक पहचान कर ली है। कानूनी औपचारिकताएं – पंचायत नामा और पोस्टमॉर्टम पूरी करने के बाद, हमने उन्हें भेज दिया है। 36 शवों को उनके परिवारों के साथ उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया, 2 शव अज्ञात हैं, उनकी पहचान के लिए हमने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से आसपास के सभी जिलों और पूरे राज्य में उनकी तस्वीरें जारी की हैं”।

चश्मदीद ने बताई आंखों देखी हाल

हाथरस भगदड़ में मारे गए 16 वर्षीय बच्चे की मां कमला ने कहा कि, “हम पिछले 20 वर्षों से सत्संग में भाग ले रहे हैं और ऐसी घटना कभी नहीं हुई। ‘परमात्मा’ (भोले बाबा) लगभग 2 बजे चले गए उसके बाद यह घटना घटी।

मैंने अपनी बेटी को खो दिया। मेरी बेटी जब अस्पताल में थी तो ठीक थी।.उसने फोन किया और बताया कि जब तक हम अस्पताल पहुंचे तब तक वह अस्पताल में थी अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

मौके पर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मंत्री

उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दुखद घटना के मद्देनजर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुझे हाथरस जाने का निर्देश दिया। मैंने घटना स्थल का दौरा किया, अलीगढ़ और हाथरस में घायलों से मुलाकात की। हमारी तात्कालिक चुनौती उन घायलों को इलाज मुहैया कराना है, जो किया जा रहा है।

साथ ही, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि शव पूरे सम्मान के साथ प्रभावित परिवारों को सौंपे जाएं। 20 शवों की पहचान अभी बाकी है। हम उनकी पहचान करने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार और केंद्र ने मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।

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