Manipur Violence: मणिपुर मामले को लेकर संसद में विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। संसद का मॉनसून सत्र शुरू हुए अब 10 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक न तो संसद चल पाई है और न ही मणिपुर पर चर्चा हुई है। इसी बीच आज (2 अगस्त) विपक्ष गठबंधन I.N.D.I.A के 21 नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिले और उन्हें संसद की मौजूदा स्थिति से अगवत करवाया।
इस मुलाकात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि आज विपक्षी पार्टियों के 21 नेताओं ने मणिपुर पर चर्चा को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे इस पर विचार करेंगीं।
‘विपक्ष को बोलने से रोका जा रहा है’
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमनें राष्ट्रपति को मणिपुर की स्थिति के बारे में भी बताया की वहां क्या हो रहा है। अन्य दलों के नेताओं ने भी राष्ट्रपति से मांग उठाई की इस पर जल्द से जल्द चर्चा करवाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने एक बड़ा आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी विपक्ष ने नेता संसद में बोलते हैं तो उनका माइक बंद कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है।
‘सरकार नहीं चाहती मणिपुर पर चर्चा’
उन्होंने कहा कि संसद में चेयरमैन कहते हैं की सबको बोलने का पूरा मौका दिया जाएगा। लेकिन, जब भी मैं बोलने जाता हूं तो न मुझे बोलने दिया जाता है और न ही हमारी बातों पर गौर किया जाता है। उन्होंने कहा कि असल बात तो ये है की सरकार चर्चा चाहती ही नहीं है। हम पहले दिन से मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा से भाग रही है।
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