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एक बिजनेस लीडर जिसने 26/11 Mumbai Attack के दौरान देश के प्रति अपने कर्तव्य का दिया परिचय; जानें कौन

26/11 Mumbai Attack: सर्वर्गीय रतन टाटा हमेशा देश के प्रति अपने कर्तव्य को हमेशा समझते थे। उनके लिए सबसे पहले देश और फिर बिजनेस।

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2611 Mumbai Attack
Ratan Tata

26/11 Mumbai Attack: स्वर्गीय सर Ratan Tata भले ही आज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन कई उनकी ऐसी कहानियां है जो युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। देश के प्रति उनका सम्मान हमेशा सर्वप्रथम रहा है। बता दें कि आज 26/11 Mumbai Attack की 16वीं वर्षगांठ है। आज ही के दिन Ajmal Kasab समेत कई आतंकवादियों ने Mumbai पर आतंकी हमला कर दिया था। जिसमे करीब 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान आतंकवादियों ने मुंबई के सबसे मशहूर ताज होटल पर भी हमला कर दिया था। मालूम हो कि Taj Hotel टाटा समूह ग्रुप का ही एक हिस्सा है। इस दौरान रतन टाटा ने ऐसा बयान दिया था, जिसके बाद उनके प्रति देश का सम्मान और बढ़ गया था। चलिए आपको बताते है कि क्या है 26/11 Mumbai Attack का पूरा किस्सा।

26/11 Mumbai Attack हमले में Ratan Tata ने ताज होटल का उड़ाने का दिया था आदेश

देश का सबसे बड़ा आतंकी हमला 26/11 Mumbai Attack जो आज भी लोगों के लिए एक बुरा सपना जैसा है। मालूम हो कि आतंकवादियों ने ताज होटल में रहे लोगों को बंदी बना लिया था। जैसे ही इसकी खबर Ratan Tata को मिली वह तुरंत ताज होटल पहुंच गए। इस दौरान NSG का ऑपरेशन भी शुरू हो गया था। Ratan Tata ने सुरक्षाकर्मियों से अंदर जानें के लिए कहा लेकिन उनको अंदर नहीं जानें दिया। ताज होटल की परवाह किए बिना उन्हें सुरक्षाकर्मियों से कहा कि ‘जरूरत पड़े तो ताज होटल को उड़ा दो लेकिन एक भी आतंकी नहीं बचना चाहिए’. बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा किया। आपको जान के हैरानी होगी की उन्होंने 26/11 Mumbai Attack में पीडितो के बच्चों की पढ़ने – लिखने का पूरा खर्चा उठाया था।

बिजनेसमैन के साथ एक अच्छे इंसान भी थे Ratan Tata

देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक Ratan Tata की कई ऐसी कहानियां है जिसे सुनकर उनके प्रति सम्मान कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है। उन्होंने दिखावा में कभी भरोसा नहीं किया। वहीं अपने बिजनेस का माध्यम से उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में एक बड़ा योगदान दिया। वह हर साल कई करोड़ रूपये चैरिटी में दान करते थे। इसके अलावा वह साहसिक फैसले लेने से कभी नहीं डरते थे।

26/11 Mumbai Attack में कई मासूमों की गई थी जान

आज ही के दिन यानि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते 10 आतंकवादी मुंबई पहुंचे। सबसे पहले आतंकवादी छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन पहुंचे और उन्होंने एके-47 और अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जब तक लोगों को इसके बारे में पता चलता उन्होंने नरीमन हाउस को कब्जा कर कई लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद आतंकी मुंबई के मशहूर ताज होटल में घुस गए। यहां भी उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग कर कई लोगों की जान ले ली। हालांकि NSG ने मोर्चा संंभाल कर 10 में 9 आतंकवादियों पर मार गिराया और अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया। बता दें कि 26/11 Mumbai Attack में 160 से अधिक लोगों को जान चली गई थी, और 400 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

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